
तीसा (चंबा)। क्षेत्र की सेईकोठी पंचायत के दो दर्जन के करीब गांव आज भी सड़क सुविधा से महरूम हैं। हालांकि दस साल पहले इस सड़क का काम शुरू हुआ था, लेकिन अभी तक एक किलोमीटर सड़क ही बन पाई है। लंबे अर्से से उनके गांव की सड़क का काम रुका पड़ा है। ग्रामीण लगातार काम शुरू करवाने की मांग कर रहे हैं, मगर अभी तक उनकी बात नहीं सुनी गई है। इस कारण सरकार के गांवों को सड़क से जोड़ने के दावों की पोल खुलती नजर आ रही है। सेईकोठी पंचायत के र्लुइंडा, हलोगा, गुल्ली, माइसा, जूंठ, गुंगियास, हडला, जियूंठ, कोढरा, नरवाड़ एक और दो, मधुवाड़, मिंयूड, राख, चिंयूली और सेईकोठी गांवों को सड़क नसीब नहीं हो पाई है। इस कारण ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। हालांकि इन गांवों के लिए प्रितमास से हरतवास तक सड़क मंजूर हो चुकी है। दस साल पहले इस सड़क का निर्माण भी शुरू हो चुका था , लेकिन दस सालों में मात्रएक किलोमीटर सड़क ही बन पाई है। ग्रामीणों भाशी, बलदेव, बालक राम, कांशी राम, सालो राम, होशियार सिंह, तेज सिंह, नानक सिंह, कर्म सिंह और हेम राज ने प्रदेश सरकार व लोक निर्माण विभाग से मांग की है कि इस सड़क का काम जल्द शुरू किया जाए। इस संबंध में लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता हेम चंद ने कहा कि वन विभाग की जमीन आने के कारण सड़क का काम लटका हुआ है। उन्होंने कहा कि वन विभाग से एनओसी मिलते ही काम शुरू कर दिया जाएगा।