एसटीएफ और बरनाला पुलिस की सयुक्त रेड ने खोज निकली नशे की फैक्ट्री, पकड़ा गया नशे का बड़ा जखीरा

एसटीएफ और बरनाला पुलिस की सयुक्त रेड ने खोज निकली नशे की फैक्ट्री, पकड़ा गया नशे का बड़ा जखीरा

पंजाब के बरनाला पुलिस को नशे के खिलाफ बड़ी कामयाबी मिली है। एसटीएफ पंजाब और बरनाला पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन चलाकर फैक्टरी पर रेड की। डीएसपी सतवीर सिंह ने बताया कि पुलिस ने रेड के दौरान प्रतिबंधित 3.12 लाख कैप्सूल पकड़े, जिनका इस्तेमाल नशे के लिए किया जाता है।

इस मामले में फैक्टरी मालिक समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस को सूचना मिली थी कि बरनाला के नाइवाला रोड पर अलजान फार्मास्युटिकल प्राइवेट लिमिटेड नामक फैक्टरी में प्रतिबंधित कैप्सूल का निर्माण किया जाता है, जिसके पास इसे बनाने का लाइसेंस नहीं है। इसके अलावा और भी कई ऐसी दवाएं बिना मंजूरी के तैयार की जा रही हैं।

उन्होंने कहा कि एसटीएफ के पास अलजान फार्मास्युटिकल प्राइवेट लिमिटेड के मालिक के खिलाफ कई शिकायतें हैं और उसके खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं। बरनाला पुलिस टीम ने एसटीएफ टीम के साथ मिलकर ऑपरेशन चलाया और ड्रग ऑफिसर बरनाला को साथ लेकर फैक्टरी पर छापा मारा।

चेकिंग के दौरान 95 हजार प्रतिबंधित कैप्सूल बरामद हुए। इन कैप्सूलों को लेकर उनके पास कोई रिकॉर्ड या मंजूरी नहीं थी। इसके अलावा इसी प्रकार के अन्य 2.17 लाख अन्य कैप्सूल भी बरामद किए गए हैं। इनकी कीमत लगभग 1.16 करोड़ रुपये है और जिसके पास पंजाब में निर्माण का कोई लाइसेंस नहीं है।

कच्चा माल व नकली मुहरें भी मिलीं
पुलिस को फैक्टरी से ये कैप्सूल, कैप्सूल बनाने का कच्चा माल, नकली मोहरें मिली हैं। उन्होंने बताया कि कुल आठ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, जिसमें फैक्ट्री मालिक शिशु पाल, दिनेश बंसल, लव कुश यादव, सुखराज सिंह को गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से एक महिंद्रा पिकअप गाड़ी भी बरामद की गई है। मामले में आगे की जांच जारी है और भी खुलासे होने की संभावना है। अन्य फैक्ट्रियों और फर्मों पर छापेमारी से और भी खुलासे होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि यह फैक्टरी काफी समय से चल रही थी, लेकिन पिछले एक महीने से सूचना मिल रही थी।

कांगड़ा की एक फर्म के नाम रखा था स्टॉक
ड्रग अधिकारी प्रणीत कौर ने बताया कि उन्होंने एसटीएफ और बरनाला पुलिस के साथ मिलकर इस फैक्टरी पर छापा मारा है। फैक्टरी संचालक के पास इन कैप्सूलों को बनाने का कोई लाइसेंस नहीं था। ये कैप्सूल भारी मात्रा में बरामद किए गए हैं। उन्होंने बताया कि फैक्टरी से कई अन्य कैप्सूल भी बरामद हुए, जिन्हें पंजाब से बाहर बेचने की इजाजत है, लेकिन इसका सेल रिकाॅर्ड उन्हें प्रस्तुत नहीं किया गया। इसके चलते सभी कैप्सूल जब्त कर लिए गए हैं।

उन्होंने बताया कि ये कैप्सूल कांगड़ा की एक फर्म के नाम से बनाकर स्टॉक में रखे गए थे। इस की पैकेजिंग सामग्री मौके से बरामद हुई है। उन्होंने कहा कि इन सभी कैप्सूल के सात तरह के सैंपल लिए गए हैं, जिनकी जांच की जाएगी।

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