मेडिकल डिवाइस पार्क बद्दी के निर्माण के लिए जमीन को समतल करना शुरू कर दिया गया है। खोदाई के दौरान भूमि के एक कोने पर करोड़ों के पत्थर निकले हैं। जिसे गुपचुप तरीके से सीमावर्ती क्षेत्रों में भेजा जा रहा है। प्रदेश सरकार को इसकी शिकायत मिलने पर सप्लाई पर रोक लगा दी है। अब सरकार की अनुमति से यह पत्थर कहीं नहीं ले जाया जा सकेगा।
सरकार निर्णय लिया है कि इस पत्थर को क्रशर मालिकों को बेचा जाएगा। उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि पत्थर को बेचकर राॅयल्टी जुटाई जाएगी। इसके लिए इच्छुक क्रशर मालिकों को पत्थर खरीदने की डिमांड ली जाएगी। उसके आधार पर पत्थर सप्लाई होगा। अनुमान लगाया गया है कि खोदाई से अब तक करीब दो लाख टन पत्थर निकल गया है। इससे सरकार को 1.60 करोड़ रुपये की आय होगी।