दुबई की कंपनी हिमाचल के दुर्गम क्षेत्रों में ड्रोन से चिकित्सा आपूर्ति करने को तैयार है। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू से यूनाइटेड पार्सल सर्विस कंपनी की वाइस प्रेजिडेंट क्रिस्टिना स्ट्रूलर द कोस्टा और निदेशक दिनकर सिंह ने शिष्टाचार भेंट कर यह पेशकश की। विश्व की सबसे बड़ी लॉजिस्टिक कंपनी यूनाइटेड पार्सल सर्विस ने हिमाचल प्रदेश के राहत और पुनर्वास कार्यों के लिए सहायता प्रदान को तैयार है। दुबई स्थित कपंनी ने राज्य सरकार को प्रदेश के दुर्गम क्षेत्रों में दवाएं और टीके पहुंचाने के लिए ड्रोन तकनीक प्रदान करने की पेशकश की है। इसके अतिरिक्त कंपनी ने सरकार को आवश्यक दवाओं और टीकों की निशुल्क आपूर्ति का भी आश्वासन दिया है।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा वितरण के दृष्टिगत कंपनी के इस प्रस्ताव पर आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि डिजिटल प्रौद्योगिकी (टेकनॉलॉजी) एवं गवर्नेंस विभाग इसके लिए एक विस्तृत प्रस्ताव तैयार करेगा और राज्य सरकार उसी के अनुरूप सेवाओं के संबंध में उचित निर्णय लेगी। सुक्खू ने कहा कि प्रदेश में बरसात के दौरान भारी बारिश और भूस्खलन से जान-माल की व्यापक क्षति हुई है। प्रदेश सरकार राज्य के सीमित संसाधनों का उपयोग कर आपदा प्रभावितों को राहत प्रदान कर रही है। प्रदेश सरकार ने राहत और पुनर्वास के लिए 4,500 करोड़ रुपये का विशेष राहत पैकेज आवंटित किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों के अमूल्य सहयोग से आपदा राहत कोष में 200 करोड़ रुपये से अधिक का अंशदान किया गया है।