सवा करोड़ की जल योजना में लीकेज

बरठीं (बिलासपुर)। छत्त हिम्मर पेयजल योजना के तहत फटी पाइप लाइन लोगों के लिए ही नहीं बल्कि विभागीय कर्मचारियों के लिए भी परेशानी बनी हुई है। इस पाइप लाइन को ठीक करवाने के लिए ग्रामीणों की ओर से विभाग को अवगत करवाया जाता है। बाकायदा कर्मचारी भी मौके पर पहुंचते हैं लेकिन वह भी इस समस्या को दूर करने में असमर्थ नजर आते हैं।
जानकारी के अनुसार इस पेयजल योजना को विकसित करने के मकसद से आईपीएच विभाग की ओर से करीब 1 करोड़ 25 लाख खर्च रुपये खर्च किए गए हैं। लोगों को फिल्टर और साफ सुथरा पानी उपलब्ध करवाने और पुरानी मशीनरी को बदलकर नयी मशीनरी लगाने तथा पुरानी फटी पाइपों को बदलकर नयी पाइपें डालने के लिए कुछ स्थानों पर पर नये टैंकों का निर्माण किया गया है।
पेयजल योजना का नवीनीकरण तो किया गया लेकिन कुछ स्थानों पर पुरानी पाइपों को बदलने की जहमत नहीं उठाई। नए टैंकों का निर्माण होने के बाद से इन पाइपों से पानी व्यर्थ बहने का सिलसिला जारी है। यहां तक कि विभाग को लोगों की शिकायतें मिलने की वजह से वेल्डिंग से इन्हें ठीक करने का काफी प्रयास किया जा रहा है। लेकिन सारे प्रयास बेकार साबित हो रहे हैं। सारी पाइपें अलग अलग स्थानों से फट रही हैं। क्षेत्र के लोगों में देवराज, रूपलाल, कमला देवी, सुशील कुमार, जगदीश चंद, प्रेम सिंह, नरेंद्र शर्मा सहित अन्य ने कहा योजना कि मेन राइजिंग पाइपें जगह-जगह से टूट रही हैं। इससे किसानों की फसलों को भी नुकसान हो रहा है। विभाग से मांग की है कि उनकी समस्या का समाधान किया जाए। आईपीएच विभाग के अधिशाषी अभियंता विनोद कुमार ने कहा इस बारे में अभी तक उनके पास कोई शिकायत नहीं पहुंची है। लेकिन यदि ऐसी समस्या है तो इसका जल्द समाधान किया जाएगा।

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