
आगरा। एयर इंडिया की फ्लाइट एई 406 पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री अजित सिंह ने कहा यह उड़ान घाटे का सौदा साबित नहीं होगी। भविष्य में दूसरी जगहों के लिए आगरा होते हुए विमान सेवा शुरू की जाएगी। दिक्कत बस यही कि इस उड़ान के लिए वायुसेना के टर्मिनल का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसकी सफलता वायुसेना पर निर्भर है।
इस फ्लाइट और विमान सेवाओं के भविष्य पर अमर उजाला से फोन पर हुई बातचीत में चौधरी अजित सिंह ने कहा कि वायु सेना की अपनी सीमाएं और बाध्यता है। सुरक्षा के चलते वह बहुत अधिक छूट नहीं दे सकती है। उन्होंने कहा कि सिविल टर्मिनल के मुद्दे पर प्रदेश सरकार गंभीर नहीं है। स्थानीय जिला प्रशासन ने 55 एकड़ जमीन चिह्नित कर ली थी, लेकिन सरकार ने गंभीरता नहीं दिखाई।
उनका कहना है कि इस सेवा से टूरिज्म और बढ़ेगा। सवालिया अंदाज में उन्होंने कहा कि गोवा और दिल्ली आने वाले विदेशी सैलानी यदि सुविधा मिलेंगी तो आगरा क्यों नहीं आना चाहेगा? आगरा से उदयपुर, जैसलमेर, जयपुर के लिए फ्लाइट शुरू की जा सकती है। भविष्य की योजनाओं में इसे भी रखा गया है।
आगरा में इंटरनेशनल एयरपोर्ट के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह आगरा मथुरा के बीच ग्रीन फील्ड इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने को तैयार हैं। इसमें कुछ प्रक्रियाएं पूरी करनी होती हैं, सुरक्षा की दृष्टि सेना के कुछ मानक हैं, दिल्ली एयरपोर्ट से दूरी का भी एक मानक है। वह पहल कर चुके हैं, प्रदेश सरकार प्रस्ताव तो भेजेञ
चौधरी अजित सिंह ने चिंता प्रकट करते हुए कहा कि सूबे में कास्ट, कैश और क्रिमिनल की पॉलटिक्स हो रही है, डेवलेपमेंट की नहीं। उन्होंने बताया कि दिल्ली जीडीपी में 13.5 प्रतिशत योगदान एयरपोर्ट का है। एयरपोर्ट के होटल, रेस्त्रां, ट्रेवल एजेंसियों के साथ अन्य कई कारोबार बढ़ते हैं।