
उदयपुर (लाहौल-स्पीति)। बर्फबारी के बाद बंद हुए रोहतांग दर्रे को लांघने के लिए प्रदेश सरकार ने हेलीकाप्टर सेवाएं शुरू करने को मंजूरी दे दी है। बुधवार को लाहौल के लिए पवन हंस का उड़नखटोला तीन उड़ानें भरेगा। सबसे पहले मरीजों को कुल्लू लिफ्ट किया जाएगा। फिलहाल तीन मरीज इस सूची में शामिल है। इन मरीजों के साथ उन लोगों को वरियता दी जाएगी जिनका कुल्लू पहुंचना बहुत जरूरी है।
हेलीकाप्टर की पहली उड़ान भुंतर-तांदी-भुंतर के बीच होगी। दूसरी उड़ान भुंतर-उदयपुर-भुंतर और तीसरी उड़ान भुंतर-सतिंगरी-भुंतर के मध्य करवाई जाएगी। उड़ानों में उदयपुर से एक तथा रावा से दो मरीजों को सतिंगरी हेलीपैड से कुल्लू लिफ्ट किया जाएगा। डीसी एसएस गुलेरिया ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि लाहौल से कुल्लू जाने के लिए 261 सवारियों ने आवेदन किया है। इसमें जिस्पा से 8, सिस्सू से 7, तिंगेरेट से 22, रावा से 22 यात्री तथा दो मरीज, उदयपुर से 68 तथा एक मरीज, वारिंग से 21, तिंदी से 5, तांदी डाइट से 25 सवारियों ने घाटी से बाहर जाने के लिए आवेदन किया है।
पंद्रह सौ रुपये प्रति सीट है किराया
हेलीकाप्टर में एक सीट का किराया पंद्रह सौ रुपये तय है। इसके अलावा छह माह तक के बच्चों के लिए मुफ्त यात्रा सुविधा है। छह माह से तीन साल तक के बच्चों का किराया साढ़े सात सौ रुपये प्रति सीट तथा इससे ऊपर पूरा किराया लिया जाता है।