
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने उत्तर प्रदेश विधानमंडल के 125 वर्ष पूरे होने के अवसर पर आयोजित तीन दिवसीय उत्तरशती रजत जयंती समारोह के आखिरी दिन मंगलवार को विशेष डाक टिकट जारी किए। इससे पूर्व कड़ी सुरक्षा के बीच वह विधानमंडल पहुंचे जहां उनका भव्य स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राष्ट्रपति का अभिनंदन किया।
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्यमंत्री के स्वागत भाषण से हुई। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानमंडल की गौरवशाली परंपरा को याद रखने के लिए इस रजत जयंती समारोह का आयोजन किया गया है। हमें उम्मीद है कि हम इसका लाभ उठाने में सफल रहेंगे।
स्वागत भाषण के बाद राष्ट्रपति ने विशेष डाक टिकट जारी किए। इस अवसर पर राज्यपाल बी एल जोशी, सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव, पूर्व मुख्यमंत्री राजनाथ सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री एन डी तिवारी, केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल, केंद्रीय कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल, जगदम्बिका पाल, राज्यसभा सांसद जया बच्चन के अलावा कई हस्तियां मौजूद थीं।
राष्ट्रपति और अन्य गणमान्य अतिथितियों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। विधानमंडल को छावनी में तब्दील कर दिया गया था। विधानसभा के बाहर चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मी तैनात थे।
विधानमंडल के 125 वर्ष पूरे होने के मौके पर तीन दिवसीय कार्यक्रम का अयोजन किया गया है। इसी कार्यक्रम के तहत छह जनवरी को एक विशेष बैठक का आयोजन भी किया गया था। उल्लेखनीय है कि भारतीय परिषद अधिनियम, 1861 के तहत आठ जनवरी, 1887 को राज्य विधानमंडल का गठन किया गया था।