मेडिकल रिपोर्ट में नहीं हुई दुराचार की पुष्टि

धर्मशाला। दुराचार के आरोप में न्यायिक हिरासत में चल रहे अर्धसैनिक बल के जवान को शुक्रवार को एक और बड़ी राहत मिल गई। फोरेंसिक विज्ञान विभाग से क्लीन चिट मिलने के बाद अब स्वास्थ्य विभाग से भी आरोपी जवान को लगभग क्लीन चिट मिल गई है। टांडा मेडिकल कालेज अस्पताल और क्षेत्रीय अस्पताल धर्मशाला से मिली मेडिकल रिपोर्ट में भी दुराचार की पुष्टि नहीं हुई।
मेडिकल रिपोर्ट में साफ लिखा हुआ है कि पीड़ित लड़की के साथ न तो दुराचार हुआ है और न ही शरीर पर चोट के कोई निशान पाए गए हैं। पुलिस अब मामले में कानूनी सलाह लेने जा रही है कि पीड़ित नाबालिग ने आरोपी जवान पर दुराचार के आरोप किस आधार पर लगाए हैं। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कांगड़ा मोहित चावला ने मेडिकल रिपोर्ट मिलने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि मेडिकल रिपोर्ट में दुराचार की पुष्टि नहीं है। पुलिस लीगल ओपिनियन लेगी। इसके बाद मामले की गहनता से छानबीन की जाएगी।

यह है मामला
नेताजी सुभाष चंद्र पुलिस स्टेडियम धर्मशाला में 18 से 22 मार्च तक आयोजित आल इंडिया नेशनल पुलिस गेम्स के समापन अवसर पर पुलिस थाना धर्मशाला के पास के एक गांव की नाबालिग लड़की ने अर्धसैनिक बल के जवान पर दुराचार के आरोप लगाए थे। शिकायत के बाद पुलिस ने भादसं की धारा 376 के तहत मामला दर्ज कर आरोपी जवान को गिरफ्तार किया, जो 09 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में चल रहा है। जवान जालंधर में तैनात है और उत्तराखंड का रहने वाला है।

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