
बिलासपुर। लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर आवाज बुलंद कर रहे प्रशिक्षित गुरिल्ला मंगलवार को एक बार फिर से सड़कों पर उतर पड़े । शहर के लक्ष्मी नारायण मंदिर परिसर में बैठक के आयोजन के बाद गुरिल्लाओं ने उपायुक्त कार्यालय तक शांतिपूर्ण ढंग से रैली निकाली। अपनी मांगों को लेकर उन्होंने उपायुक्त को ज्ञापन भी सौंपा।
लक्ष्मी नारायण मंदिर परिसर में गुरिल्ला संगठन के जिला उपाध्यक्ष एवं राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष टेकचंद गुलेरिया की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में कहा गया कि संगठनों से सरकारें चलती हैं, न कि सरकारों से संगठन। लंबे समय से संघर्षरत इस वर्ग की मांगों के प्रति पूर्व सरकार ने जरा भी गंभीरता नहीं दिखाई। न तो प्रदेश के स्तर पर लिए जाने वाले कदम उठाए गए और न ही केंद्र सरकार के समक्ष उनकी बात रखी गई। इससे गुरिल्लाओं में रोष की चिंगारी सुलग रही है, जो शोले का रूप धारण कर सकती है। यदि केंद्र व प्रदेश सरकार ने समय रहते ठोस कदम न उठाए तो इसका नतीजा गंभीर हो सकता है। गुरिल्लाआें को मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की अगुवाई में गठित नई सरकार पर पूरा भरोसा है कि वह उन्हें उनका हक दिलाएगी।
बैठक को संबोधित करते हुए संगठन के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप कुमार ने कहा कि गृह मंत्री ने गुरिल्लाओं की चार मांगें मान ली हैं। इसके लिए यह वर्ग उनका आभारी है। उन्हें उम्मीद है कि स्वीकृत की गई मांगों के साथ ही न्यायालय के फैसले को जल्द अमलीजामा पहनाया जाएगा। बैठक में पाकिस्तान द्वारा देश के दो सैनिकों की निर्ममता से हत्या करने की कड़ी निंदा की है। सरकार से मांग की गई कि पाकिस्तान को करारा जवाब दिया जाए। बैठक में सचिव श्याम सिंह नेवार, कोषाध्यक्ष पवन कुमार तथा कृष्णुराम, रामपाल, राजपाल, नरोत्तम राम, नरेश कुमार, गीता, रीता, सुरेश शर्मा, प्रेमलाल, सुखराम, रमेश चंद, शर्मिला, संतराम, साजूराम, उर्मिला, सोमा, लच्छमण, तुलसीराम, प्रेमलाल व जगतराम आदि ने भाग लिया।