मजदूर विरोधी फैसले ले रही केंद्र सरकार

कुल्लू। सीटू जिला कमेटी के शुक्रवार को आयोजित जिला सम्मेलन में यूपीए सरकार पर जमकर निशाने साधे गए। आरोप लगाया गया कि यूपीए सरकार अमेरिका और अन्य पूंजीवादी देशों के दबाव में आकर मजदूर विरोधी निर्णय ले रही है। सम्मेलन में सीटू के राज्य महासचिव डा. कश्मीर ठाकुर ने ध्वजारोहण कर सम्मेलन का शुभारंभ किया है।
उन्होंने कहा कि यूपीए-दो की सरकार अमेरिका और अन्य पूंजीवादी देशों के दबाव में आकर मजदूर विरोधी निर्णय लेे रही है। नव उदारीकरण के चलते देश के सार्वजनिक उद्यमों का तेजी से निजीकरण किया जा रहा है। इन नीतियों से खुदरा व्यापार भी विदेशी पूंजी के लिए खोल दिया है। इस कारण देश के पांच करोड़ लोगाें के खुदरा व्यापार पर असर पड़ेगा। नई आर्थिक नीतियों के चलते सरकार बैंक और तेल कंपनियों तथा दूरसंचार जैसी सार्वजनिक उद्यमों का निजीकरण करने पर तुली है। इस कारण मजदूरों पर पर विपरीत असर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि इन नीतियों के चलते देश में बेतहाशा महंगाई बढ़ी है।
उन्होंने कहा कि देश में गरीब और अमीरों के बीच खाई बढ़ती जा रही है। श्रम कानूनों को देशभर में लागू नहीं किया जा रहा है और मजदूरों का शोषण हो रहा है। कहा कि इस को लेकर सीटू 21 फरवरी में देश में राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल करेगा। इसमें 11 केंद्रीय ट्रेड यूनियनें भाग लेंगी। जिला सीटू के सचिव भूप सिंह भंडारी ने यह जानकारी दी है। इस मौके पर सीटू के राज्य सहसचिव प्रेम गौतम, जिला अध्यक्ष सरचंद ठाकुर, कोषाध्यक्ष राजेश ठाकुर, उपाध्यक्ष चमन लाल, सहसचिव यशवंत नेगी, शेर सिंह नेगी सहित आंगनबाड़ी और मिड डे मील वर्कर मौजूद रहे।

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