
बिलासपुर। सदर बिलासपुर के तहत एक प्रधान ने कथित तौर पर मजदूरों की मजदूरी ही हड़प ली है। पंचायत के तहत रास्ते का निर्माण करवाने के बाद प्रधान मिस्त्री और मजदूरों की दिहाड़ी देने से साफ मुकर गया है। आरोप है कि प्रधान ने मजदूरों और मिस्त्री से रास्ते के निर्माण का कार्य करवाया। छह महीने बीतने के बाद भी किसी तरह का भुगतान नहीं हुआ। मजदूर हर रोज प्रधान के पास चक्कर लगाकर थक गए हैं। अब थक हारकर मजदूरों और मिस्त्रियों ने जिला प्रशासन से मामले की शिकायत करते हुए न्याय दिलाने की मांग की है। जिला श्रम अधिकारी को भी इसकी लिखित शिकायत सौंपकर न्याय की गुहार लगाई है।
रशीद मोहम्मद, अनवर, सलीम, कादर खान, मनजीत, मुस्ताक, संजीव, लेख सिंह ने एडीएम को सौंपे शिकायत पत्र में कहा है कि पंचायत प्रधान ने रास्ते निर्माण के लिए उन्हें मजदूरी पर लगाया था। कार्य से पहले मजदूर की 200 और मिस्त्री की 300 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से दिहाड़ी तय हुई थी। लगभग चार महीने बाद 31 मार्च, 2013 को कार्य पूर्ण कर लिया गया। मिस्त्री को 140 रुपए के हिसाब से पैसे दिए गए जबकि मजदूर का महज 130 रुपए। वह भी केवल दो महीने की राशि देनी है। बाकी का भुगतान अभी भी बचा हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया है कि जब प्रधान से पहले तय दिहाड़ी के अनुसार मजदूरी मांगी तो उसने साफ इंकार कर दिया। अभी दो महीने छह दिन की मजदूरी शेष बची है। इसे देने से भी प्रधान मुकर गया है। उन्होंने प्रशासन से गुहार लगाई हे कि मामले को गंभीरता से लेते हुए उनकी मजदूरी दिलवाई जाए। एडीएम प्रदीप ठाकुर ने कहा कि इस बारे उन्होंने खंड विकास अधिकारी को मार्क कर दिया है। मामले की पूरी छानबीन की जाएगी।