
आंखों के सामने पाई-पाई बचाकर जोड़ा सामान बहते और घरों को छोड़कर जाने पर लोगों की आंखें नम हो गईं। यह मंजर सोमवार को सोमवार को मंडी शहर में दिखा। जिला प्रशासन ने ब्यास और अन्य सहायक नदियों में बाढ़ की स्थिति के दृष्टिगत 113 मकानों को खाली करवाया है। लोअर भ्यूली में कुछ घर ब्यास की जद में आ गए हैं। यहां कुछ घरों को खतरा बना हुआ है। कई लोगों के खून पसीने से बनाए गए आशियाने ब्यास की तेज धारा में बह गए। इस बीच लोग सामान बहते हुए देखकर सिसकते रहे। कई लोगों को नम आंखों के साथ घर छोड़ने पड़े। देखते ही घर जलमग्न हो गए।
मंडी शहर के भ्यूली में प्रशासन की ओर से लोगों को उनके मकान खाली करने के निर्देश जारी किए गए। खतरे की जद में आए मकानों को छोड़ने के लिए लोग तैयार नहीं थे। बहुत से लोग अपने सामान को निकालने में जुटे रहे। भारी बारिश के बीच कई महिलाएं बच्चों के साथ रोती हुईं अपने सामान और घरों को बहते हुए देख रही थीं, जिसे देखकर हर कोई अपने आंसू नहीं रोक पा रहा था। बहुत से लोगों ने प्रशासन और सरकार से अपना दुख जताया और खरी-खोटी भी सुनाई।
महिला रानो देवी, सुधा रानी और अन्य ने कहा कि उन्हें पहले भी कई बार यहां से इधर-उधर भेजा जाता रहा है। जब भी वहां किसी स्थान पर स्थायी रूप से रहने लगते हैं तो दोबारा से ऐसा ही नजारा देखने को मिलता है।
अब वे कहां जाएं और क्या करें। अब उनके पास कुछ नहीं बचा है। उनकी मदद के लिए स्थानीय लोग आगे आए हैं और इस स्थिति को देखते हुए उन्हें रहने, खाने का प्रबंध किया गया है।
आलू ग्राउंड में फंसे 29 लोगों को होमगार्ड के जवानों ने निकाला
जिला प्रशासन मंडी ने ब्यास और अन्य सहायक नदियों में बाढ़ की स्थिति के दृष्टिगत 113 मकानों को खाली करवाया है। पंडोह में 60 मकानों, घ्राण में 10, खलियार, पुरानी मंडी में 12, भ्यूली में 25 और पड्डल में 6 मकान खाली करवाए गए हैं। कुल्लू जिले में आलू ग्राउंड में फंसे 29 लोगों को होमगार्ड के जवानों ने सुरक्षित निकाला है। इन लोगों को मनाली में ठहराया गया है।
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