
देहरादून। यमुना कालोनी स्थित उत्तराखंड परियोजना विकास एवं निर्माण निगम का कार्यालय बसपा प्रदेश अध्यक्ष को आवंटित किए जाने से नाराज सिंचाई विभाग कर्मचारी महासंघ ने मुख्य अभियंता कार्यालय पर प्रदर्शन कर धरना दिया। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि बसपा नेता को आवंटित भवन निरस्त करने सहित सभी सात सूत्रीय मांगों पर अमल नहीं हुआ तो बेमियादी कार्य बहिष्कार किया जाएगा।
सिंचाई विभाग कर्मचारी महासंघ ने बुधवार से तीन दिवसीय कार्य बहिष्कार प्रारंभ कर दिया। इसके साथ ही महासंघ कर्मचारियों ने मुख्य अभियंता कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि यमुना कालोनी में सिंचाई विभाग के कार्यालय को खाली बताकर इसे बसपा नेता को आवंटित कर दिया गया है। विभागीय कार्यालयों को आवंटित किए जाने से प्रदेश में गलत परंपरा की शुरूआत होगी। महासंघ के घटक संघ मिनिस्ट्रीयल एसोसिएशन के महामंत्री जय प्रकाश सकलानी ने कहा कि उत्तराखंड परियोजना एवं निर्माण निगम का पंजीकृत कार्यालय राजनीतिक पार्टी के अध्यक्ष को आवंटित कर दिया गया है और अब विभाग से खाली कराने के लिए सिंचाई विभाग के अधिकारियों पर दबाव बनाया जा रहा है। महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रमेश रमोला और प्रदेश महामंत्री पूर्णानंद नौटियाल ने कहा कि सिंचाई विभाग के खंड एवं मंडल शीघ्र पुर्नगठित किए जाएं। उन्होंने बताया कि इसकी फाइल पिछले पांच माह से विभागीय मंत्री के पास लंबित है। प्रदर्शन कर धरना देने वालों में दरबान सिंह सरियाल, यशपाल सिंह नेगी, प्रेम विनोद उनियाल, डीपी डिमरी, बालम सिंह नेगी, शूरवीर सिंह नेगी, रामलाल नौटियाल, वीके डंगवाल, मुरारी लाल आदि शामिल थे।