बंदरों ने रौंद दी किसानों की कमाई

शाहतलाई (बिलासपुर)। झंडूता विधानसभा क्षेत्र के तहत कई गांवों में जंगली जानवरों ने पकने को तैयार गेहूं की फसल तहस-नहस कर दी है। बंदर, सूअर, गाय ने कई किसानों की सैकड़ों बीघा पर उगी फसल रौंद दी थी। अब बंदरों के एक झुंड ने लहलहाती फसल तबाह कर दी है। इससे किसान बैकफुट पर आ गए हैं। सरकार और प्रशासन की ओर से पुख्ता प्रबंध नहीं किए जाने पर तल्खी भी जाहिर की है। किसानों ने सरकार से फसल को मुआवजा देने की गुहार लगाई है।
कोटधार की ग्राम पंचायत जडू कुलज्यार के गांव चौता, वदार, ठठल, जगल के किसान फसल उजड़ने से परेशान है। किसान कहते हैं कि जानवरों ने उनकी नाक में दम कर रखा है। किसान सदर दीन, फतेह दीन, जीजना वेगम, रफीक मोहम्मद, गोपाल शर्मा, प्रेम सिह, गुरबख्श सिंह, रामरखू ने बताया कि पहले ही सूअराें, खरगोशाें व गायों ने उनकी फसल रौंद दी है। बाकी कसर अचानक आ दमके बंदराें के झुंड ने पूरी कर दी। हालत यह है कि किसानों ने खेती पर जो खर्च किया है। वह भी पूरा नहीं हो सकेगा। कइयों के तो खेत के खेत तबाह हो गए हैं। अचानक कहीं से 100 के करीब बंदराें का झुंड़ यहां आ धमके हैं। इस झुंड ने किसानों की गाड़ी कमाई को बुरी तरह से रौंध कर बर्बाद कर दिया। कुछ रोज पहले ही हमीरपुर क्षेत्र से इलाके में बंदर छोड़े गए हैं। रामरखू ने कहा कि उनकी करीब पांच बिघा भूमि पर लगी फसल तबाह हुई है। प्रेम सिंह, गुरूबख्श की भी कई बिघा भूमि पर लहलहाती फसल को बंदर चट कर गए। कलौन वन परिक्षेत्र अधिकारी मदन लाल शर्मा ने बताया कि वह स्वयं क्षेत्र का दौरा करके स्थिति का जायजा लेंगे। बंदरों की समस्या के निपटारे के लिए टीम बुलाई जाएगी। बंदरों को पकड़ा जाएगा।

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