
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में हो रही वृद्धि पर चिंता जताते हुए तेल पर निर्भरता कम करने के लिए हाईब्रिड वाहन सहित इलेक्ट्रिक वाहन प्रौद्योगिकी को तेजी से अपनाने की अपील की है। प्रधानमंत्री ने राजधानी में राष्ट्रीय इलेक्ट्रिक मोबिलिटी मिशन प्लान- 2020 का शुभारंभ करते हुए कहा कि वैश्विक स्तर पर ईंधन की खपत में परिवहन क्षेत्र की हिस्सेदारी करीब 30 प्रतिशत है और इसमें तीन चौथाई सड़क पर चलने वाले वाहन है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (आइईए) का कहना है कि भविष्य में तेल की मांग में 75 प्रतिशत वृद्धि परिवहन क्षेत्र से होगी और भारत तथा चीन की तेल की वैश्विक मांग बढ़ाने में बड़ी हिस्सेदारी होगी। उन्होंने कहा कि भारत के पेट्रोलियम उत्पादों की जरूरतों में से 80 प्रतिशत की पूर्ति आयात के माध्यम से की जा रही है और भविष्य में इसमें बढ़ोतरी की ही संभावना है।
मनमोहन सिंह ने कहा कि तेल की ऊंची अंतरराष्ट्रीय कीमतों से भारत का बढ़ता आयात बिल, व्यापार घाटा और महंगाई देश की अर्थव्यवस्था पर दबाव बना रहा है। इसके मद्देनजर परिवहन क्षेत्र की तेल पर निर्भरता कम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हाइब्रिड वाहन सहित इलेक्ट्रिक वाहन प्रौद्योगिकी को अपना कर तेल पर निर्भरता कम की जा सकती है।