
रोहड़ू। मूसलाधार बारिश के चलते रोहड़ू-चिड़गांव के बीच मुख्य सड़क नदी की चपेट में आने से कभी भी बंद हो सकती है। पब्बर नदी के बहाव से सड़क के साथ भू कटाव लगातार बढ़ रहा है। सड़क टूटने से चिड़गांव तहसील तथा उपमंडल डोडरा क्वार के लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। लोनिवि की ओर से सड़क को बचाने की अभी तक कोई पहल नहीं की जा रही है।
रोहड़ू-चिड़गांव सड़क के किनारे भारी बारिश के बाद सीमा तथा मांदली के बीच कई स्थानों पर पब्बर नदी के उफान पर आने से भू कटाव बढ़ रहा है। चिड़गांव तहसील की दूरदराज में डेढ़ दर्जन से अधिक पंचायतें तथा डोडरा क्वार उपमंडल के लिए इसी सड़क से रोजमर्रा का सामान पहुंचता है। प्राकृतिक आपदा या आपात स्थिति में रोगियों को प्रदेश के दूसरे बड़े अस्पतालों तक पहुंचाने के लिए भी एक मात्र यही मार्ग विकल्प है। 1997 में चिड़गांव में बादल फटने से बाढ़ आने पर इस सड़क का कई किलोमीटर भाग नदी के चपेट में आने से बह चुका था। उस दौरान सड़क बंद होने के बाद राहत कार्य व बचाव दल को मौके पर पहुंचने के लिए भारी परेशानी हुई थी। वर्ष 2006 में मांदली के समीप सड़क के बहने से कई दिनों तक चिड़गांव रोहड़ू के बीच वाहनों की आवाजाही बंद रही। इस बार दोबारा चार अलग-अलग स्थानों पर नदी के बहाव से सड़क का बड़ा भाग बंद होने वाला है।
खशधार पंचायत के प्रधान अमर सिंह धांटा, चिड़गांव के प्रधान शमशेर सिंह ठाकुर, तांगणू पंचायत प्रधान सुशीला नेगी, पूर्व प्रधान ठाकुर सैन, अमर नाथ नेगी ने लोनिवि के अधिकारियों से मांग की है कि रोहड़ू चिड़गांव मार्ग के भू-कटाव को रोकने के तुरंत प्रयास किए जाएं।
लोनिवि के एक्सईएन करतार चंद ने बताया कि चिड़गांव सड़क तीन-चार स्थानों पर नदी के बहाव से कट रही है। उन्होंने कहा कि बंद होने वाले स्थानों पर शीघ्र पहाड़ी को काट कर सड़क को चौड़ा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बरसात में नदी के रुख को बदलना संभव नहीं है।