
देहरागोपीपुर (कांगड़ा)। विद्युत बोर्ड ने नगर पंचायत देहरा को पौने दो लाख का जुर्माना किया है। बोर्ड के जोरदार करंट से नपं के होश उड़ गए हैं। विद्युत बोर्ड ने यह जुर्माना मंजूर वोल्टेज से अधिक इस्तेमाल करने पर लगाया है। यही नहीं विद्युत बोर्ड नगर पंचायत देहरा को एक और बड़ा झटका देने की तैयारी में है। यदि बोर्ड को आलाधिकारियों से मंजूरी मिल गई तो देहरा की सड़कों और गलियों में रात को अंधेरा छा सकता है। यानि, नपं देहरा के तहत स्ट्रीट लाइटों की विद्युत आपूर्ति काट दी जाएगी। नपं देहरा पर बिजली बिल की देनदारी लाखों में पहुंच गई है।
बताया जा रहा है कि नपं देहरा की स्ट्रीट लाइटों और अन्य बिजली उपकरणों के लिए 10केवी की मंजूरी मिली हुई है। जबकि, नपं देहरा क्षेत्र में इस समय 21केवी इस्तेमाल कर रहा है। तय वॉट से अधिक इस्तेमाल करने पर विद्युत बोर्ड उपमंडल देहरा ने नपं पर एक लाख 70 हजार का जुर्माना किया है। सूत्र बताते हैं कि नपं देहरा के कुल सात वार्डों में करीब 400 स्ट्रीट प्वाइंट हैं तथा हर वार्ड में सात से आठ स्ट्रीट लाइट के कनेक्शन ज्यादा लगाए गए हैं। जिससे नपं अपने एरिया में 10केवी की बजाय 21केवी का इस्तेमाल कर रहा है। इसी तरह नपं देहरा पर बिजली बिल के तौर पर 28 लाख रुपये बकाया हैं। हालांकि नपं बीच-बीच में 60 हजार रुपये किस्त के तौर पर बिल भरता है तथा हर माह 38 हजार के करीब बिल आ रहा है। बकाया बिल चुकाने में नपं की सुस्ती को देखते हुए विद्युत बोर्ड ने देहरा की लाइट काटने की मंजूरी आलाधिकारियों से मांगी है। जैसे ही मंजूरी मिलगी विद्युत बोर्ड बिजली आपूर्ति काटने में देर नही लगाएगा।
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2006 में भेजा था पहला नोटिस
विद्युत बोर्ड ने सबसे पहले वर्ष 2006 के दिसंबर माह में इस मसले पर पहला नोटिसभेजा था। उसके बाद दर्जनों नोटिस बोर्ड की ओर से जारी हो चुके हैं। शायद नोटिस का असर नपं पर नहीं हो रहा है। जिसके बाद बिजली बोर्ड देहरा ने बिजली आपूर्ति काटने की मंजूरी मांगी है।
उधर, इस बारे विद्युत बोर्ड उपमंडल देहरा के एसडीओ सीएस चावला ने पुष्टि करते हुए कहा कि तय सीमा से अधिक बिजली लेने पर नपं देहरा को 1 लाख 70 का जुर्माना लगाया गया है। साथ ही बकाया बिजली बिल जमा नहीं करवाने पर बिजली काटने की मंजूरी मांगी गई है।
वहीं, नपं देहरा के उपाध्यक्ष सुरेंद्र ठाकुर ने कहा कि नपं के पास आय के साधन बहुत कम हैं। लाखों का बिल भरने के लिए सरकार से ग्रांट की जरूरत है। नपं लोगों को हर संभव सुविधा देने को तत्पर है।