नए राशनकार्डों को तरसी जनता

शिमला : राशनकार्ड की अवधि को खत्म हुए लगभग 7 माह बीत चुके हैं लेकिन अभी भी लोगों को नए राशनकार्ड उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। पुराने राशनकार्डों पर राशन दर्ज करने के लिए जगह नहीं बची है इसलिए डिपोधारकों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश की जनता पंचायतों, नगर निगम, नगर पंचायतों और नगर परिषदों के चक्कर काट रही है फिर भी नए राशनकार्ड नहीं बन रहे हैं। संबंधित अधिकारियों सहित कर्मचारियों और पंचायत सचिवों का एक ही उत्तर मिलता है कि अभी आचार संहिता लगी है इसलिए नए राशनकार्ड नहीं बन सकते तथा जब आचार संहिता हट जाएगी तो राशनकार्ड बनाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी जाएगी।

इस बारे खाद्य एवं आपूर्ति विभाग का कहना है कि विभाग विधानसभा चुनाव से पूर्व ही प्रदेश की जनता को नए राशनकार्ड का आबंटन कर रहा है। इस पुरानी प्रक्रिया में विधानसभा चुनाव आचार संहिता का प्रश्न ही नहीं उठता है। विभाग ने स्पष्ट किया कि वह करीब 12 लाख नए राशनकार्ड छाप रहा है जिसमें से 6 लाख के करीब नए राशनकार्ड छप चुके हैं और अभी 5 लाख 13 हजार नए राशनकार्ड पूरे प्रदेश में दिए गए हैं। इस समय किन्नौर और लाहौल-स्पीति जिला में सभी को नए राशनकार्ड मिल चुके हैं लेकिन कांगड़ा, शिमला, बिलासपुर, चम्बा, मंडी, कुल्लू, ऊना, सिरमौर, सोलन और हमीरपुर अभी बचे हुए हैं जिन्हें आधे राशनकार्ड तो भेज दिए हैं तथा बाकी छपाई के बाद भेजे जाएंगे।

जिला शिमला को अभी तक 53000 नए राशनकार्ड भेज दिए हैं जिन्हें जनता पंचायतों, नगर निगम, नगर परिषदों और नगर पंचायतों से प्राप्त कर सकती है। अगर कोई अधिकारी नए राशनकार्ड बनाने को मना करता है तो उसकी शिकायत सीधे विभाग के राज्य मुख्यालय सहित जिला मुख्यालयों में की जा सकती है।

Related posts