
काजा (लाहौल स्पीति)। तीन माह से शेष विश्व से कटे काजा के लिए वीरवार देर शाम से यातायात बहाल हो गया। भारी बर्फबारी के चलते करीब तीन माह से शिमला से काजा के लिए यातायात सुविधा पूर्ण रूप से बंद थी। हालांकि, जान पर खेल कर उक्त मार्ग पर छोटे वाहन चल रहे थे, लेकिन वह भी लोगों के तीन गुना अधिक किराया वसूल रहे थे। इसके चलते लोगों को भारी परेशानियों से दो चार होना पड़ रहा था। घाटी में 17 जनवरी को हुई भारी बर्फबारी के चलते किन्नौर सहित लाहौल स्पीति पूर्ण रूप से शेष विश्व से कट चुकी थी। हालांकि, किन्नौर के लिए यातायात सुविधा को जल्द बहाल कर दिया गया था, लेकिन काजा के लिए यातायात बहाल नहीं हो पाया था। इसके चलते लोगों को काजा से रामपुर के लिए निजी वाहनों में प्रति यात्री एक हजार रुपये किराया अदा करना पड़ रहा था। जबकि, बस में तीन सौ रुपये प्रति व्यक्ति किराया लगता है। अब वीरवार से बस सेवा शुरू होने से क्षेत्र के लोगों ने राहत की सांस ली है।
इसके बारे में अड्डा प्रभारी विद्या चंद नेगी ने बताया कि 17 जनवरी से बंद पड़ा रिकांगपिओ-काजा (लाहौल स्पीति) मार्ग वीरवार देर शाम को बहाल हो गया है। उन्होंने कहा कि वीरवार शाम को रिकांगपिओ से काजा के लिए बस सेवा भेजी गई है, जो देर शाम काजा पहुंची है।