

पीड़ित कर्मचारियों ने इस मामले की जानकारी अपने विभाग के उच्चाधिकारियों को भी दे दी है। जल शक्ति विभाग के उच्च अधिकारी इस मामले को जिलाधीश हमीरपुर और एसपी हमीरपुर के ध्यान में भी ले आए हैं। वहीं जलशक्ति और पुलिस विभाग के आमने सामने आने से लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं। क्योंकि इस घटना के बाद जलशक्ति विभाग के कर्मचारियों ने शनिवार शाम तक क्षतिग्रस्त पेयजल पाइप को दुरुस्त नहीं किया।
यह मामला शनिवार दोपहर 12:30 बजे का है। जल शक्ति विभाग को शिकायत मिली थी कि उहल कक्कड़ में पेयजल की मुख्य पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हो गई है। सूचना मिलने के बाद संबंधित क्षेत्र के जूनियर इंजीनियर ने वेल्डिंग का काम करने वाले और फिटर व पलंबरों को संबंधित पेयजल लाइन ठीक करने के लिए भेजा। लेकिन इसी दौरान कोरोना वायरस के चलते लागू कर्फ्यू का जायजा लेने जा रही सुजानपुर पुलिस टीम ने पूछताछ के लिए इन कर्मचारियों को गाड़ी से उतरने के लिए कहा।
जलशक्ति विभाग के कर्मचारियों ने कहा कि उन्होंने बार-बार पुलिस विभाग को बताया कि वह जलशक्ति विभाग के कर्मचारी हैं और क्षतिग्रस्त पेयजल पाइप को जोड़ने के लिए जा रहे हैं। लेकिन पुलिस ने उनकी एक न सुनी और कान पकड़ वाकर उठक बैठक करवाई। उधर शिकायत मिलने के बाद उपायुक्त हमीरपुर हरिकेश मीणा ने पुलिस अधीक्षक को इस मामले की जांच कर उचित कार्रवाई करने के लिए कहा है।
जलशक्ति विभाग के अधिशासी अभियंता नीरज भोगल ने बताया कि उनके विभाग के कर्मचारी उहल कक्कड़ में क्षतिग्रस्त पेयजल लाइन को जोड़ने के लिए शनिवार को दोपहर 12:00 बजे गए थे। लेकिन कर्मचारियों ने बताया कि पुलिस ने उन्हें काम पर जाने से रोका और कान पकड़ा कर उठे बैठक करवाई है। इस मामले से उपायुक्त हमीरपुर और पुलिस अधीक्षक को अवगत करवा दिया है।
पुलिस अधीक्षक हमीरपुर अर्जित सेन ठाकुर ने बताया कि जलशक्ति विभाग की तरफ से शिकायत मिली है। इस मामले की जांच की जा रही है।