जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही बारिश और बर्फबारी से जनजीवन प्रभावित है। खराब मौसम से रेल, हवाई और सड़क सेवाएं प्रभावित हैं। रामबन के मेहाड़ और कैफटेरिया खंड के बीच कई जगह सड़क धंसने से जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग बंद है। दोनों तरफ सैकड़ों वाहन फंसे हुए हैं।
श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर बर्फबारी के कारण दो उड़ानें रद्द की गईं, जबकि अन्य 30-50 मिनट की देरी से संचालित हुई। प्रदेश के नदी, नालों का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ में फंसे कई लोगों को रेस्क्यू किया गया है। पुंछ के कलाई क्षेत्र में एक एसयूवी के पुलस्त्य नदी में गिरने से लापता नवजात और दो महिलाओं का दूसरे दिन भी सुराग नहीं मिल पाया।
मौसम विज्ञान केंद्र श्रीनगर के अनुसार तीन मार्च को फिर भारी बारिश व बर्फबारी के आसार हैं। आगामी दिनों में मौसम में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा। श्रीनगर में वीरवार की रातभर बर्फबारी होती रही। विश्व विख्यात पर्यटन स्थल गुलमर्ग, सोनमर्ग व पहलगाम सहित घाटी के ऊपरी इलाकों में मध्यम से भारी बर्फबारी हुई है। कुछ मैदानी इलाकों में बारिश हुई।
रामसू और काजीगुंड के बीच बर्फ जमा होने के मार्ग अवरुद्ध हो गया है। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग मार्ग पर कई स्थानों पर पत्थर, भूस्खलन और मिट्टी धंसने की घटनाएं हुई हैं। श्रीनगर-लेह राजमार्ग, अनंतनाग-किश्तवाड़ मार्ग और मुगल रोड बर्फबारी के चलते पहले से बंद हैं। साधना पास और राजधान पास पर बर्फबारी के कारण कुपवाड़ा-तंगधार और बांदीपोरा-गुरेज मार्ग भी यातायात के लिए बंद रहा। पत्थर गिरने से डोडा-पुल मार्ग पर यातायात बंद है। कई अन्य सड़कें भी बंद हैं।
ट्रैक पर भारी बर्फबारी के कारण बडगाम-बारामुला सेक्शन पर ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुईं। एयरपोर्ट अथॉरिटी के एक अधिकारी ने बताया कि श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शुक्रवार को पहली उड़ान नई दिल्ली से सुबह करीब 11:12 बजे पहुंची, जिसके बाद उड़ान संचालन बहाल हुआ। बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (बीआरओ) के एक अधिकारी ने बताया कि 32 बॉर्डर रोड्स टास्क फोर्स (बीआरटीएफ) ने श्रीनगर हवाई अड्डे और उसके रनवे पर रातभर निरंतर बर्फ हटाने का अभियान चलाया।
सोनमर्ग में करीब तीन फुट, गुलमर्ग में चार फुट, दूधपथरी में तीन फुट, पहलगाम और कोकरनाग में 10 इंच बर्फ गिरी है। कटड़ा-सांझीछत चाॅपर सेवा धुंध के कारण बंद रही। रामबन के रामसु, मगरकोट, बैटरी चश्मा और डलवास सहित कई इलाकों में पहाड़ों से पत्थर गिरने का सिलसिला जारी है। इसके अलावा भूस्खलन से भगरान के पास मरमत मार्ग अवरुद्ध हो गया है। भूस्खलन से रियासी के बलाडा में सुजानधार से रियासी मार्ग बंद है। राजोरी में खराब मौसम को देखते हुए लोगों से बाहरी गतिविधियां कम करने की सलाह दी गई है। इसके साथ नदी-नालों के पास न जाने की हिदायत दी गई है।
उज्ज दरिया की बाढ़ में फंसे 11 लोगों को बचाया
कठुआ। उज्ज दरिया की बाढ़ में फंसे 11 लोगों को एसडीआरएफ, पुलिस और स्थानीय लोगों ने रेस्क्यू किया। यहां दिल्ली-कटड़ा एक्सप्रेस वे का निर्माण चल रहा है। वीरवार देर रात करीब दो बजे अचानक जलस्तर बढ़ गया। तेज बारिश के बीच ज्यौड़ियां के गांव रखमुट्ठी के पास सड़क पर अनियंत्रित होकर एक बस पलटने से इसमें सवार दो लोग घायल हो गए। जम्मू के निक्की तवी क्षेत्र में बाढ़ में फंसे डंपर चालक मोहन लाल को जम्मू पुलिस व एसडीआरएफ ने सुरक्षित निकाला। मूसलाधार बारिश के कारण तवी नदी का जलस्तर 10 से 12 फुट तक पहुंच गया था। पुलिस ने गश्त कर लोगों को तवी के पास न जाने की चेतावनी दी।
प्रदेश के हार्ड जोन में परीक्षाएं स्थगित
खराब मौसम को देखते हुए जम्मू-कश्मीर के हार्ड जोन इलाकों में 10वीं, 11वीं और 12वीं कक्षा की एक और तीन मार्च को होने वाली परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं। अब ये परीक्षाएं 24 और 25 मार्च को होंगी।
विंटर जोन के स्कूल अब 7 मार्च को ही खुलेंगे
कश्मीर और जम्मू संभाग के विंटर जाेन के स्कूल अब 7 मार्च को ही खुलेंगे। खराब मौसम के मद्देनजर विंटर जोन के स्कूलों का शीतकालीन अवकाश छह दिन बढ़ा दिया गया है। विंटर जोन के 5वीं कक्षा तक के स्कूलों में 10 दिसंबर से 28 फरवरी और कक्षा 6 से 12 तक के स्कूलों के लिए 16 दिसंबर से 28 फरवरी तक शीतकालीन अवकाश घोषित था। सभी स्कूल 1 मार्च को खुलने वाले थे।
भारी बारिश से वैष्णो देवी यात्रा प्रभावित
धर्मनगरी कटड़ा और भवन क्षेत्र में बुधवार रात से लगातार हो रही मूसलधार बारिश के कारण मां वैष्णो देवी यात्रा प्रभावित हो गई है। खराब मौसम और भूस्खलन के कारण श्रद्धालुओं को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
वीरवार रात अर्धकुंवारी से हिमकोटी भवन तक जाने वाले बैटरी कार मार्ग पर कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ, जिससे इस मार्ग को श्रद्धालुओं की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया। लगातार बारिश के कारण मार्ग पर पत्थर गिरने की घटनाएं भी सामने आई हैं। हालांकि, जिन श्रद्धालुओं ने बैटरी कार सेवा की ऑनलाइन बुकिंग पहले से कर रखी है, उन्हें बीच-बीच में सुविधा दी जा रही है, लेकिन आम श्रद्धालुओं के लिए यह सेवा पूरी तरह बंद है।
खराब मौसम के चलते शुक्रवार को श्रद्धालुओं के लिए हेलिकॉप्टर सेवा भी प्रभावित रही। वहीं, मां वैष्णो देवी भवन से भैरो घाटी के बीच चलने वाली रोपवे सेवा भी बीच-बीच में बाधित हो रही है। तेज हवाओं और बारिश के कारण रोपवे सेवा सुचारु रूप से संचालित नहीं हो पा रही। इससे श्रद्धालुओं को भैरो घाटी तक पहुंचने के लिए पैदल यात्रा करनी पड़ रही है। बैटरी कार और हेलिकॉप्टर सेवा बंद होने के कारण श्रद्धालु अब पारंपरिक मार्ग से यात्रा कर रहे हैं। कई श्रद्धालु घोड़े, पिट्ठू और पालकी का सहारा लेकर भवन तक पहुंच रहे हैं।