चीन के विदेश मंत्री किन गैंग (57) को तीन सप्ताह से सार्वजनिक रूप से नहीं देखा गया है। इसके चलते चीन में अटकलों का दौर तेज हो गया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, किन को संयुक्त राज्य अमेरिका में राजदूत के रूप में एक संक्षिप्त कार्यकाल के बाद दिसंबर में विदेश मंत्री के रूप में पदोन्नत किया गया था।
गैंग पेशेवर राजनयिक हैं और उन्हें चीनी नेता शी जिनपिंग के भरोसेमंद सहयोगी माना जाता है। विदेश मंत्री के रूप में किन ने अमेरिका के ऊपर छोड़े गए एक संदिग्ध चीनी जासूसी गुब्बारे के मुद्दे पर वाशिंगटन को कड़ी फटकार लगाई थी। इसके बाद दोनों देशों के बीच संबंधों में काफी गिरावट आ गई थी। उन्होंने दोनों पक्षों के बीच खराब संबंधों को सुधारने और बातचीत बहाल करने के प्रयासों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इसमें जून के मध्य में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन की बीजिंग यात्रा के दौरान मुलाकात शामिल है।
पायलट की तबीयत खराब होने के बाद 68 वर्षीय महिला यात्री ने उड़ाया विमान
अमेरिका के मैसाचुसेट्स में पायलट की अचानक तबीयत खराब होने के बाद 68 वर्षीय महिला यात्री ने निजी विमान को उड़ाया। हालांकि, लैंडिंग के दौरान पंखा टूटने से यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया। महिला यात्री ने लैंडिंग गियर को बिना ऑपरेट किए प्लेन को उतारा था। पायलट बोस्टन अस्पताल में भर्ती है।
बाइडन ने निर्यात परिषद में शमीना को दी नियुक्ति
राष्ट्रपति जो बाइडन ने भारतीय-अमेरिकी शमीना सिंह को राष्ट्रपति की निर्यात परिषद में नियुक्त करने की घोषणा की है। यह परिषद अंतरराष्ट्रीय व्यापार पर एक प्रमुख राष्ट्रीय सलाहकार के रूप में काम करती है। शमीना सिंह मास्टरकार्ड सेंटर फॉर इन्क्लूसिव ग्रोथ की संस्थापक और अध्यक्ष हैं। उन्होंने कहा कि वह इस परिषद में शामिल होने को लेकर सम्मानित महसूस कर रही हैं। शमीना सिंह मास्टरकार्ड की प्रबंधन समिति की सदस्य भी है।
भारतीय बच्ची अरिहा के लिए जर्मनी में प्रदर्शन
जर्मनी में भारतीय समुदाय ने बर्लिन में फोस्टर केयर (पालक देखभाल) में रह रही दो साल की अरिहा शाह को भारत वापस भेजने के लिए विरोध प्रदर्शन किया है। जर्मनी के फ्रैंकफर्ट शहर में करीब 150 से 200 भारतीय शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने के लिए एकत्र हुए। अरिहा सितंबर, 2021 से वर्क वीजा पर गए उसके माता-पिता पर यौन शोषण का आरोप लगने के बाद से जर्मनी में पालक देखभाल में है। गत वर्ष विदेश मंत्री जयशंकर ने जर्मनी की विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक के समक्ष भी यह मुद्दा उठाया था। प्रदर्शनकारियों ने अरिहा की सांस्कृतिक पहचान का सम्मान करने और उसकी रक्षा करने की तत्काल जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि समुदाय सीमाओं की परवाह किए बिना सांस्कृतिक अधिकारों के संरक्षण में विश्वास करता है।