
द्दी (सोलन)। ईएसआईसी के क्षेत्रीय निदेशक बीएस नेगी व राज्य चिकित्सा आयुक्त डा. अनीता ने ईएसआईसी माडल चिकित्सालय काठा का औचक निरीक्षण किया। क्षेत्रीय निदेशक ने चिकित्सालय के चिकित्सा अधीक्षक व विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ बैठक कर उन्हें समय पर ड्यूटी आने, अपनी सेवाओं को और बेहतर ढंग से करने तथा रोगियों के प्रति व्यवहार कुशल रखने के आदेश दिए।
बीएस नेगी ने कहा कि बद्दी में ईएसआई का माडल चिकित्सालय है। माडल होने से यहां पर तैनात चिकित्सकों की ड्यूटी और बढ़ जाती है। यहां पर आने वाले हर रोगी वीआईपी है तथा उसे उसी अंदाज से ट्रीट किया जाए। रोगी चिकित्सकों को भगवान का दर्जा देता है। इसलिए चिकित्सक को भी अपने कार्य व पद को ध्यान में रखते हुए अपनी सेवाएं देनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि माडल चिकित्सालय में चिकित्सकों की देरी से आने की शिकायतें व रोगी के साथ व्यवहार ठीक न होने जैसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए। राज्य चिकित्सा आयुक्त डा. अनीता ने सभी विशेषज्ञ चिकित्सकों से कहा कि वह अपने अधीन कार्य करने वाले चिकित्सक व पैरा मेडिकल स्टाफ को अपने कार्य में और बेहतरी लाने के लिए प्रेरित करें। चिकित्सक रोगी की बीमारी पूछने के साथ-साथ उसे अपनी आंखों से भी निहारे, जिससे उसे यह पता लगे की चिकित्सक उसकी बीमारी को लेकर कितने गंभीर है। साथ ही एक्सरे तकनीशियन को नाम के साथ-साथ एक्सरे नंबर चेक करने के बाद ही रिपोर्ट दें।
माडल चिकित्सालय के चिकित्सा अधीक्षक डा. अरुण गुप्ता ने कहा कि एक रोगी पहले ही अपनी बीमारी से परेशान होता है। अगर रोगी बीमारी के चलते कुछ बड़बड़ा भी देता है तो चिकित्सक को उसे प्यार से डील करना चाहिए। सभी चिकित्सकों को अपने कार्य को बेहतर तरीके से करने का आश्वासन दिया। इस मौके पर निदेशक की निजी सचिव आशा कुमारी, समाजिक सुरक्षा अधिकारी देवब्रत यादव भी उपस्थित रहे।