खिसकती चट्टानों से लोगों में दहशत

सांगला (किन्नौर)। जनजातीय जिला किन्नौर के तहत आने वाले निगुलसरी और ननसपो गांव कभी भी भारी भरकम चट्टानों की चपेट में आ सकते हैं। यहां के 43 घरों के बाशिंदों को मकानों को लेकर चिंता सता रही है। हालांकि, लोगों ने इसकी सूचना 26 फरवरी को प्रशासन को दे दी थी लेकिन सूचना देने के बाद भी प्रशासन की ओर से इसके बारे में कोई पुख्ता प्रबंध नहीं किए गए हैं। इससे यहां रह रहे लोगाें को कभी भी अपनी जान से हाथ धोना पड़ सकता है। लेकिन, हैरत की बात यह है कि प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि अभी खतरे की कोई बात नहीं है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या अधिकारी चट्टानों के गिरने का इंतजार कर रहे हैं? उप प्रधान तरांडा महेंद्र नेगी, वार्ड सदस्य चंद्रकला नेगी और मदन धीमान ने बताया कि निगुलसरी तरांडा लिंक सड़क के ठीक ऊपर ननसपो प्राथमिक स्कूल के पास चट्टानें अपने स्थान से खिसक रही हैं, जो कभी भी तबाही का कारण बन सकती हैं।
हालांकि शिकायत के बाद प्रशासन की ओर से एसडीएम भावानगर विवेक चौहान और लोनिवि के सहायक अभियंता गुमान नेगी, कनिष्ठ अभियंता राकेश नेगी ने संयुक्त रूप से घटना स्थ्ल का दौरा किया था और चट्टानाें को तुड़वा कर वहां पक्का डंगा लगाने की बात कही थी। लेकिन, अभी तक यहां कोई भी काम शुरू नहीं हो पाया है। इससे यहां रहे रहे 43 परिवारों को अपनी जान का खतरा सता रहा है।
एसडीएम भावानगर विवेक चौहान ने बताया कि हमने घटना स्थल का दौरा किया है। अभी खतरे की कोई बड़ी बात नहीं है। लेकिन फिर भी कुछ चट्टानों को तोड़ कर वहां पक्का डंगा लगाया जाएगा।

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