
शाहतलाई (बिलासपुर)। शाहतलाई क्षेत्र के झमराडियां जंगल में फेंकी एक्सपायरी डेट की सरकारी दवाइयों पर स्वास्थ्य विभाग ने जांच शुरू कर दी है। आखिर कौन फेंक गया सरकारी सप्लाई की दवाइयां। इसका अभी तक खुलासा नहीं हुआ है। बीएमओ डा. एनके आंकरा ने आज उप स्वास्थ्य केंद्र दसलेहड़ा और तलाई प्राथमिक अस्पताल का दौरा कर रिकार्ड खंगाला।
सूत्रोें के अनुसार जंगल में फेंकी दवाइयां इस अस्पताल की नहीं है। बीएमओ डा. एनके आंगरा ने बताया कि एक्सपायरी डेट की दवाई की शीशियां झमराडियां जंगल में सड़क किनारे फेंकी गई थी। उस दवाई की सप्लाई इन अस्पतालों पर नहीं हुई है। दसलेहड़ा उप स्वास्थ्य केंद्र में 5 मई, 2009 में 100 शीशी विभाग द्वारा भेजी गई थी। 38 शीशियां मरीजों को बांट दी गई है जबकि 62 शीशियां बच गई। विभाग ने 19 दिसंबर, 2009 को 115 शीशियां उसी दवाई की बांटी थी। इसके उपरांत यहां के लिए इस तरह की कोई सप्लाई नहीं आई। तलाई स्वास्थ्य केंद्र पर भी 19 दिसंबर, 2009 के बाद इस तरह की दवाई की कोई सप्लाई नहीं आई है। उन्होंने कहा कि जंगल में सरकारी सप्लाई की नौ शीशियां फेंकी पाई है। उन्होंने कहा कि वह इलाके के सभी स्वास्थ्य केंद्रों का दौरा करेंगे। यदि कोई दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।