कोहरे से बागवानी एवं फसल खराब

धौलाकुआं (सिरमौर)। पांवटा क्षेत्र में पाला पड़ने से बागवानी और फसलों पर प्रतिकूल प्रभाव दिखने लगा है। पाले के प्रकोप से फसलें खराब हो सकती हैं। पिछले एक सप्ताह से पांवटा क्षेत्र में शीत लहर और पाले का प्रकोप बढ़ रहा है। आजकल इन क्षेत्रों में प्याज की पनीरी तैयार हो रही है। कड़ाके की ठंड के चलते प्याज की पनीरी पीली पड़ने लगी है।
किसान कश्मीरी लाल ने बताया कि वह हर साल प्याज की पनीरी तैयार करके 30 से 40 हजार रुपये कमा लेते हैं। जबकि इस साल पनीरी काफी छोेटी है। पाला पड़ने से पनीरी पीली पड़ने लगी है। बागवान मुकेश कुमार ने बताया कि आम के पौधोें का फरवरी-मार्च में अंकुर आना शुरू हो जाता है, लेकिन पाला पड़ने के कारण इसकी कम संभावनाएं बन गई हैं। इसका असर गन्ना उत्पादकों के लिए भी खतरनाक बनता जा रहा है। पाले के लगातार पड़ने से गन्ने की पत्तियों में पीलापन आना शुरू हो गया है।
दो दीन पूर्व यहां का तापमान गिरकर शून्य से एक डिग्री नीचे चला गया था। जिसके चलते क्षेत्र में शीत लहर का प्रकोप जारी है। दो दिन से क्षेत्र मेें धुंध का मौसम है। लोग धूप के लिए तरस रहे हैं।कृषि विभाग का कहना है कि सिंचित क्षेत्रोें के किसान जल्द से जल्द सिंचाई का कार्य पूरा करें। सिंचित क्षेत्रों में पाले का असर कम होता है।
उधर, धौलाकुआं प्रवतीय अनुसंधान केंद्र के सह निदेशक डा. धनवीर ने बताया कि किसान गेहूं की सिंचाई करें। इससे पाले का असर कम होगा।

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