
बिलासपुर। जेपी के बागा सीमेंट प्लांट के लिए लाए जाने वाले कच्चे माल में मिलावट हो रही है। कंपनी द्वारा लेबोरेट्री में कराई गई जांच के दौरान मिलावटखोरी का खुलासा हुआ है। इस गोरखधंधे को या तो ट्रक आपरेटर, या फिर उनके चालक अंजाम दे रहे थे। इसमें संलिप्त पाए गए चार ट्रक ब्लैक लिस्ट कर दिए गए हैं। परिवहन सहकारी सभाएं संबंधित आपरेटरों की सदस्यता खत्म करने की भी तैयारी में हैं।
जेपी के बागा सीमेंट प्लांट से विभिन्न परिवहन सहकारी सभाआें के माध्यम से क्लिंकर का ढुलान करने वाले ट्रक वापसी में कच्चा माल लेकर आते हैं। इसी कड़ी में हरियाणा के पानीपत से पैट कोक लाया जाता है। पैट कोक की कीमत प्रति टन 10 हजार रुपए के आसपास बताई जा रही है। पता चला है कि कुछ ट्रकों से पैट कोक का एक बड़ा हिस्सा रास्ते में ही बेचकर उनमें राख, रेत व कंकर-पत्थर भर दिए जाते थे। इस लिहाज से प्रति ट्रक प्रति चक्कर कम से कम 50-60 हजार रुपए की कमाई चोरी के माध्यम से की जा रही थी। इस गोरखधंधे को अंजाम देकर मिलावटखोर अपनी जेबें भरने में जुटे हुए थे। कंपनी की लैब टेस्टिंग रिपोर्ट ने उनका भांडा फोड़ दिया।
जानकारी के अनुसार चार ट्रकों में पैट कोक में मिलावट पाई गई। इनमें से दो ट्रक खारसी सभा, जबकि दो किसी अन्य सहकारी सभा के हैं। इतना ही नहीं, कंपनी ने खारसी सभा के खाते से लगभग 1.63 लाख रुपए की रिकवरी भी कर ली है। उधर, कंपनी द्वारा भेजे गए पत्र का कड़ा संज्ञान लेते हुए खारसी सभा ने भी अपने दोनों ट्रकों को ब्लैक लिस्ट कर दिया है। खारसी सभा के महासचिव दौलत सिंह ठाकुर ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि गलत कार्य किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दोषी ट्रकों की सदस्यता खत्म करने पर भी विचार किया जा रहा है। वहीं, जेपी के बागा सीमेंट प्लांट के अध्यक्ष वीके शर्मा ने भी इसकी पुष्टि की। संपर्क साधने पर उन्हाेंने कहा कि पैट कोक की चोरी करके मिलावट करने वाले ट्रकों की जानकारी संबंधित परिवहन सहकारी सभाओं को दे दी गई है