
बरमाणा (बिलासपुर)। सर्वशिक्षित एवं बेरोजगार जनहित संघर्ष समिति का एसीसी सीमेंट कंपनी के खिलाफ छेड़ा गया आंदोलन शनिवार को भी जारी रहा। काफी संख्या में लोगों ने एसीसी कंपनी के मुख्य गेट के बाहर धरना-प्रदर्शन किया। कंपनी प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की गई।
समिति ने पहले ही कंपनी प्रबंधन को अल्टीमेटम दिया था। इस पर शुक्रवार से सैकड़ों लोग प्रदर्शन पर उतर आए हैं। सुबह दुर्गा मंदिर से सैकड़ों महिला और पुरुषों ने एसीसी के मुख्य गेट तक रैली निकाली। प्रदर्शन में महिला मंडल खतेहड़ की महिलाएं भी शामिल हुईं। संघर्ष समिति ने एसीसी कंपनी प्रबंधन को मांग पत्र सौंपा। इसमें 21 मांगों को पूरा करने की मांग की गई। समिति का कहना है कि उनकी मुख्य मांग विस्थापितों और प्रभावितों को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से स्थायी रोजगार देना है। फादर और सन स्कीम लागू करना, डीएवी स्कूल में विस्थापितों और प्रभावितों के बच्चों से एसीसी कर्मचारियों के बच्चों के समान प्रवेश शुल्क लेने, बाहरी लोगों को रोजगार देने पर प्रतिबंध लगाने, एमओयू को सार्वजनिक करने की मांगें रखीं। समिति के प्रधान अमर सिंह ने कहा कि उनकी मांगों में डीएवी एसीसी में 70-30 की प्रतिशतता से अध्यापक रखने, सीवरेज सुविधा देने, विस्थापितों को 161 रुपये प्रति बोरी सीमेंट देना आदि शामिल हैं।
प्रधान ने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती तब तक वे संघर्ष जारी रखेंगे। प्रदर्शन में महिला मंडल धौण कोठी की प्रधान सुखा देवी, बरमाणा महिला मंडल की प्रधान तनुजा ठाकुर, समिति महासचिव संजय कुमार, मुख्य सलाहकार रवि कुमार, अवदेश, कोषाध्यक्ष राजकुमार, विक्रम, पवन शर्मा, कमलेश, संगठन मंत्री राकेश कुमार, उप प्रधान परमजीत ठाकुर, सचिव अनिल कुमार, महिला मंडल बरमाणा, खतेड़, पंजगाई, कणौन, लधट, धौणकोठी समेत ग्राम सुधार कमेटी के राकेश, सुभाष आदि ने भाग लिया।