
राजनीति के मैदान में उतरने से पहले जनता एक सवाल तो जरूर पूछती है की समाज सेवा में प्रत्याशी का क्या योगदान रहा है ? किस आधार पर प्रत्याशी को वोट किया जाए ? लोकतंत्र में ऐसे सवाल उठना भी लाज़मी है ।
कांग्रेस के मंडी संसदीय क्षेत्र के चुनाव प्रभारी और लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि भाजपा प्रत्याशी कंगना रणौत में मेरी बड़ी बहन हैं। उनसे कोई व्यक्तिगत लड़ाई नहीं है लेकिन, चुनाव लड़ने पर सवाल तो उठेंगे। उनसे पूछा जाएगा कि जब कुल्लू और मंडी जिला में इस सदी की सबसे बड़ी त्रासदी आई तो उन्हें यहां की याद क्यों नहीं आई। क्या उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर किसी को भी कोई राहत पहुंचाई। शनिवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन शिमला में प्रेस वार्ता करते हुए विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि बेटी सिर्फ चुनाव के समय बेटी नहीं होती।
अच्छे और बुरे दिनों में भी वह बेटी ही होती है। जब हम चुनाव में उतरेंगे तो लक्ष्मण रेखा को कभी नहीं लांघेंगे। देव परंपरा का पूरा ख्याल रखा जाएगा। अगर कोई कंगना पर गलत टिप्पणी करेगा तो मैं सबसे पहले उस व्यक्ति का विरोध करूंगा। विक्रमादित्य ने कहा कि कंगना रणौत का मनाली में घर है, वहां पतलीकूहल में पुल ढह गया था। क्या वह एक दिन भी अपने शेड्यूल से समय निकालकर लोगों से मिलने आईं। सरकाघाट में भी उनका घर है, बीते साल बरसात के दौरान वहां सबसे अधिक नुकसान हुआ। वहां सांसद प्रतिभा सिंह गईं थीं। कहा कि कंगना को प्रत्याशी बनाने से भाजपा नेताओं में रोष है। भाजपा के जो कर्मठ नेता हैं, उनकी भावनाओं की कद्र होनी चाहिए थी।
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