एसएमसी शिक्षकों की सरकार से गुहार

बिलासपुर। एसएमसी शिक्षक संघ ने प्रदेश सरकार से इस वर्ग की सुध लेने का आग्रह किया है। संघ की मांग है कि एसएमसी शिक्षकाें के लिए भी पीटीए अध्यापकों की तर्ज पर ठोस नीति बनाई जाए। संघ ने पूर्व मंत्री रामलाल ठाकुर को बीस सूत्रीय कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति का अध्यक्ष बनाने के लिए मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का आभार जताया और कहा कि यह बिलासपुर के लिए सौभाग्य की बात है।
मंगलवार को संघ के जिला अध्यक्ष बाबूराम की अध्यक्षता में लक्ष्मी नारायण मंदिर परिसर में आयोजित बैठक में कहा गया कि स्कूल प्रबंधन समितियों के माध्यम से नियुक्त एसएमसी शिक्षक प्रदेश के विभिन्न स्कूलों में नियमित अध्यापकों की तरह सेवाएं दे रहे हैं। इसके एवज में उन्हें नाममात्र मानदेय मिल रहा है। दिनोंदिन बढ़ रही महंगाई के इस दौर में यह राशि बहुत कम है। एक तरह से उनकी स्थिति बेरोजगारों जैसी ही है। बैठक में कहा गया कि एसएमसी शिक्षकों ने चुनाव में कांग्रेस का समर्थन किया था। उनकी नियुक्ति भी पीटीए अध्यापकों की तर्ज पर हुई है। ऐसे में उनके लिए भी कोई कारगर नीति बनाई जानी चाहिए। इस वर्ग के शिक्षकों को पूरी उम्मीद है कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह उन्हें निराश नहीं करेंगे। बैठक में कृष्णराम, नरेश कुमार, पंकज, वनिता, राजेंद्र, रमेश कुमार, सुरेश कुमार, अनिता, कविता, सुषमा, भारती, अंजू और सविता समेत अन्य एसएमसी शिक्षकों ने भाग लिया।

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