एकाएक ढीले पड़े पाकिस्तान के तेवर, बातचीत को तैयार

एकाएक ढीले पड़े पाकिस्तान के तेवर, बातचीत को तैयार

एक दिन पहले तक भारत पर युद्ध भड़काने का आरोप लगा रहीं पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार एकाएक नरम पड़ गई हैं। अब वे भारत के साथ बातचीत करना चाहती हैं।

जिस पाकिस्तानी सेना की ओर से संघर्ष विराम के उल्लंघन की खबरें लगातार आ रही थीं और जो किसी भी सूरत में झुकने को तैयार नहीं दिख रही थी, उसने भी कहा है कि वह संघर्ष विराम की शर्तों का पालन करेगी।

पर्दे के पीछे या कूटनीतिक स्तर पर एकाएक ऐसा क्या हुआ कि पाकिस्तान के तेवर ढीले पड़ गए, इसकी वजह शायद कुछ समय बाद पता चले लेकिन सतह पर जो दिखता है उससे लगता है कि भारत ने एक के एक बाद जो कदम उठाए वह एक बड़ी वजह बना।

अनुमान लगाया जा रहा है कि अमेरिका की यात्रा पर गईं हिना रब्बानी खार को अमेरिका ने रुख पलटने के लिए राजी किया होगा। या हो सकता है कि आंतरिक अस्थिरता ने पाकिस्तान को मजबूर कर दिया होगा।

अब विशेषज्ञ कह रहे हैं कि आने वाले दिनों में दोनों देशों के बीच तनाव का माहौल घटता हुआ दिखेगा। हालांकि संबंध सामान्य कब तक हो सकेंगे यह कोई नहीं कह पा रहा है।

ये तनाव कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर दो भारतीय सैनिकों की बर्बर हत्या के बाद शुरु हुआ। भारतीय सेना का आरोप है कि पाकिस्तानी सैनिकों ने न केवल भारतीय सैनिकों को मारा बल्कि उनमें से दो के शव के साथ बर्बरता की और एक का सर ही काटकर अपने साथ ले गए।

पाकिस्तान ने इस मामले में पाकिस्तानी सेना के शामिल होने से इनकार किया है। पाकिस्तान भी भारतीय सेना की इसी तरह की कार्रवाई में अपने सैनिक मारे जाने का आरोप लगाता है।

भारत के कदम
पाकिस्तान के रवैये को लेकर भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मंगलवार को कड़ा बयान जारी किया था और कहा था कि अब पाकिस्तान से पहले जैसे संबंध संभव नहीं हैं।

इससे पहले भारतीय सेना प्रमुख विक्रम सिंह ने दो टूक शब्दों में कहा था कि पाकिस्तान को सही समय और सही जगह पर जवाब दे दिया जाएगा।

इसके अलावा भारत ने हिंदुस्तान हॉकी लीग में भाग लेने आए पाकिस्तानी हॉकी खिलाड़ियों को वापस भेज दिया और गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन ने महिला क्रिकेट विश्व कप की मेज़बानी से हाथ खींच लिए।

वाइब्रेंट गुजरात के लिए आए पाकिस्तानी व्यापारियों को गुजरात की मोदी सरकार ने सम्मेलन में भाग लेने से पहले ही वापस लौटा दिया और पाकिस्तान के व्यापार मंत्री की आगामी भारत यात्रा को रोकने की घोषणा कर दी थी।

इस बीच भारत ने पाकिस्तान के बुज़ुर्ग नागरिकों को भारत पहुंचने पर वीजा दिए जाने की योजना को भी स्थगित करके ये ज़ाहिर कर दिया कि वह संबंधों को एकतरफा नहीं निबाहेगा।

पाकिस्तानी तेवर
सोमवार को भारत और पाकिस्तान के सैन्य अभियान के महानिदेशकों के बीच फ्लैग मीटिंग हुई तो तनाव की वजह से बातचीत बेनतीजा रही थी।

इसके बाद विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार का बयान आया कि भारत की ओर से युद्ध भड़काने की कोशिश की जा रही है। तब पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय यह स्वीकार करने को ही राज़ी नहीं था कि उनकी सेना की ओर से कोई ग़लती हुई है।

लेकिन अब हिना रब्बानी खार ने कहा है कि दोनों मुल्कों के बीच जारी तनाव को ख़त्म करने के लिए वो अपने भारतीय समकक्ष से मिलना चाहती हैं।

अमेरिका के न्यूयार्क में हिना रब्बानी खार ने कहा कि हाल की घटनाएं बहुत दुर्भाग्यपुर्ण हैं। हम इस मामले पर विचार विमर्श के लिए विदेश मंत्री स्तर पर बातचीत के लिए तैयार हैं। ताकि इस मामले का निपटारा किया जा सके और हम फिर से युद्ध-विराम की शर्तों के सम्मान की बात कर सकें।

पाकिस्तानी विदेश मंत्री का कहना था कि हालांकि 10 दिनों से जारी नियंत्रण रेखा पर जारी झड़पों ने बहुत सारे सवाल खड़े कर दिए हैं लेकिन विवाद को सुलझाने के लिए पाकिस्तान बातचीत के लिए तैयार है।

इससे पहले दोनों देशों के सैन्य अभियानों के महानिदेशकों की टेलीफोन पर हुई बातचीत में पाकिस्तान की ओर से भरोसा दिलाया गया कि उनके सैनिक संघर्ष विराम का सम्मान करेंगे।

भारतीय सेना के प्रवक्ता जगदीप दहिया ने बीबीसी को बताया कि दोनों देशों के सैन्य अभियान के महानिदेशक नियंत्रण रेखा पर तनाव कम करने पर सहमत हो गए हैं।

बताया जा रहा है कि पाकिस्तान सैन्य अभियान के महानिदेशक ने भारतीय सैनिक अभियान के महानिदेशक को इस बात का भरोसा दिया है कि नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सैनिक युद्ध विराम की शर्तों को मानेंगे।

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