उच्च शिक्षा को 7 किमी का पैदल सफर

भरमौर (चंबा)। राजकीय उच्च पाठशाला उलांसा को अपग्रेड करने की मांग जोर पकड़ने लगी है। इस स्कूल में 150 से ज्यादा छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक ग्राम पंचायत उलांसा में हाई स्कूल बने कई वर्ष बीत गए हैं, लेकिन आज तक यह स्कूल अपग्रेड नहीं हो पाया है। इसके चलते बच्चों को जमा दो की पढ़ाई करने के लिए करीब सात किलोमीटर दूर गरोला और रुणुकोठी जाना पड़ता है। इतना लंबा पैदल सफर तय कर स्कूल जाने के लिए बच्चों को दिक्कतें झेलनी पड़ती हैं। यही नहीं स्कूल से वापस घर पहुंचते अंधेरा हो जाता है। साथ ही बच्चों को घने जंगल से होकर स्कूल जाना पड़ता है। ऐसे में अभिभावकों को हर वक्त अपने बच्चों की चिंता सताती रहती है। स्थानीय निवासियों सत्यप्रकाश, ओम प्रकाश, रमेश, हेमराज, प्रदीप कुमार, आयुष, प्रताप, रोहित, राकेश, हरदीप, शमशेर और जावेद का कहना है कि उलांसा स्कूल अपग्रेड न होने के कारण बच्चों को उच्च शिक्षा से वंचित रहना पड़ रहा है। सरकार भले ही प्रदेश में बेहतर शिक्षा के दावे करती रहती है, लेकिन क्षेत्र के बच्चों को अभी भी बेहतर शिक्षा सुविधा आसानी से नहीं मिल पा रही है। उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की है कि उच्च पाठशाला उलांसा को जमा दो का दर्जा दिया जाए। इस स्कूल के अपग्रेड होने से क्षेत्र के बच्चों को काफी सहूलियत मिलेगी।

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