
हरिद्वार। भारतीय किसान यूनियन ने ऐलान किया है कि इस बार छह अक्तूबर को संगठन के संस्थापक महेंद्र सिंह टिकैत की जयंती दिल्ली में मनाई जाएगी। जयंती पर दिल्ली में बड़ी पंचायत होगी। भारी बारिश को देखते हुए तीन दिन चलने वाला भाकियू का किसान महाकुंभ एक दिन में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के साथ ही खत्म कर दिया गया।
भाकियू का किसान महाकुंभ 16 जून से शुरू होना था लेकिन भारी बारिश के चलते किसान जहां-तहां फंसे रहे। भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत भी हरिद्वार नहीं पहुंच सके। सोमवार को भी लगातार बारिश होती रही जिसके बाद किसान महाकुंभ को टालकर लालकोठी में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की गई। राष्ट्रीय कार्यकारिणी में लिए गए निर्णयों की जानकारी देते हुए गढ़वाल मंडल अध्यक्ष संजय चौधरी ने बताया कि छह अक्तूबर को दिल्ली के कार्यक्रम के बाद 18 नवंबर को लखनऊ में महापंचायत होगी। उन्होंने बताया कि किसानों को फसलों का लागत मूल्य नहीं मिल पा रहा है। किसानों की आर्थिक हालत सुधारने के लिए केंद्र की कांग्रेस सरकार से देश के किसानों के लिए 25 हजार रुपये प्रति एकड़ की दर से अनुदान की मांग की गई है। सरकार ने अनुदान नहीं दिया तो कांग्रेस सरकार को किसान समर्थन नहीं देंगे।
बैठक में काशीपुर चीनी मिल पर किसानों के गन्ना मूल्य के बकाया का मामला भी उठा। राज्य सरकार से शीघ्र भुगतान कराए जाने की मांग की गई है। बैठक में राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सतनाम सिंह चीमा, नवजोत सिंह, उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष राज सिंह, उत्तर प्रदेश अध्यक्ष दीवानचंद चौधरी, राजपाल शर्मा, बलराम सिंह, चंद्रपाल बालियान, बलजोर सिंह, रवि कुमार, विजयपाल शास्त्री आदि ने भी विचार रखे।