
पांवटा साहिब (सिरमौर)। हिमाचल प्रदेश की सीमा के साथ लगता विस्तृत क्षेत्र है। उत्तराखंड व हरियाणा पड़ोसी राज्यों व स्थानीय अवैध खनन माफिया में आपसी गठजोड़ है। इसलिए माफिया का सूचना तंत्र भी मजबूत है। कई विभागों के भीतर तक की खबर रखते हैं।
पांवटा क्षेत्र के नदी नालों को खोखला कर अवैध रूप से पत्थर, रेत बजरी बाहर पहुंचाई जा रही है। इसके लिए देर रात को चोर रास्तों का प्रयोग ज्यादा होता है। पांवटा पुलिस की अवैध खनन के खिलाफ मुहिम रंग लाने लगी है लेकिन अवैध खनन माफिया की भी जड़े काफी गहरी है। इनके संपर्क सूत्र इन दिनों काफी चौकन्ने हैं। प्रशासन, खनन व पुलिस विभाग के भीतर तक की सूचनाएं रखते हैं। पड़ोसी राज्य की सीमा पर नदी क्षेत्र पड़ते हैं। इसका फायदा भी अवैध खनन माफिया खूब उठा रहे हैं। किसी स्थल पर दबिश की सूचना, खनन माफिया तक शीघ्र पहुंच जाती है जिससे खनन, वन या पुलिस टीम के पहुंचने से पहले ही चोर रास्तों से रफ्फू चक्कर हो जाते हैं। कुछ तो राजनीतिक ऊंची पहुंच की हेकड़ी दिखाने में भी पीछे नहीं रहते।