
द्वाराहाट। उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय महामंत्री जगदीश बुधानी ने कहा कि पर्यटन, तीर्थाटन, क्षेत्रीय धार्मिक पर्यटन के नाम पर उत्तराखंड में अनियोजित विकास के साथ ही तमाम अवैध निर्माण हो रहे हैं। हाल में ही आई दैवीय आपदा भी इसी का परिणाम है।
यहां पत्रकारों के बातचीत में उन्होंने कहा कि हाल में आई आपदा प्राकृतिक कम मानव निर्मित ज्यादा है। एक तरफ अनियोजित विकास हो रहा है तो दूसरी तरफ अवैध निर्माण कार्य धड़ल्ले से हो रहे हैं। राज्य गठन के बाद सत्तारूढ सरकारों ने आपदा प्रबंधन पर कोई ध्यान नहीं दिया। मौसम विभाग और विशेषज्ञों की सलाह को भी सरकारें गंभीरता से नहीं लेती हैं। उन्होंने कहा कि उक्रांद ने कभी भी लघु विद्युत परियोजनाओं का विरोध नहीं किया लेकिन प्रदेश में लगातार बन रही बड़ी-बड़ी परियोजनाओं को यहां की भौगोलिक परिस्थितियों के विपरीत स्वीकृति दे दी गई।
केंद्रीय महामंत्री ने कहा कि विकास कार्यों के लिए पहाड़ों को काटने में डाइनामाइड इस्तेमाल किया जा रहा है। इससे पहाड़ कमजोर हो गए हैं। राज्य के जल, जंगल, जमीन को लेकर ठोस कार्ययोजना बनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा जब तक शासन, प्रशासन और बिचौलिए के बीच की तिकड़ी खत्म नहीं होगी तब तक ऐसी आपदा आती रहेगी। उक्रांद ने पार्टी गठन से लेकर जल, जंगल, जमीन के लिए संघर्ष किया और करता रहेगा। इस मौके पर विपिन पंत आदि मौजूद थे।