ऊना। जिला के शिक्षण संस्थानों में जूनियर और यूथ रेडक्रॉस ग्रुपों की गतिविधियों पर शिक्षा विभाग पैनी नजर बनाए हुए हैं। जिले के कुछ स्कूलों के रेडक्रॉस ग्रुपों के माध्यम से करवाई गई गतिविधियों की जानकारी साझा न करने पर शिक्षा विभाग सख्त हो गया है। यह जानकारी जारी शैक्षणिक सत्र से जुड़ी है। अब शिक्षा विभाग ने तीन स्कूलों के प्रबंधकों को पांच दिन में रिपोर्ट जमा करवाने के लिए कहा है।
जानकारी के अनुसार जिले के जिन स्कूलों ने अभी तक रेडक्रॉस गतिविधियों से जुड़ी रिपोर्ट जमा नहीं करवाई, उनमें पंजावर, गुगलैहड़ और कुठार बीत शामिल हैं। इन गतिविधियों में विद्यार्थियों को स्वास्थ्य जागरूकता, एक दूसरे की मदद, नागरिक जिम्मेदारी, अन्य बच्चों के प्रति मैत्रीपूर्ण व मदद भरा माहौल तैयार करने के बारे बताया जाता है। इन ग्रुप में 20 से लेकर 50 विद्यार्थियों को शामिल किया जा सकता है।
ध्यान रहे कि रेडक्रॉस ग्रुप में शामिल विद्यार्थियों की ओर से खेल, प्रदर्शनी, भाषण, मॉक ड्रिल्स के माध्यम से लोगों को स्वास्थ्य, सड़क सुरक्षा, पर्यावरण में आ रहे बदलाव सहित अन्य समाज से जुड़े अहम मुद्दों के बारे जागरूक किया जाता है। इसके लिए शिक्षण संस्थानों में सालभर अभियान चलते हैं। वहीं, स्कूल नोडल अधिकारी को हर गतिविधि की फोटो सहित रिपोर्ट बनाकर शिक्षा विभाग को जारी करनी होती है।
सर्वश्रेष्ठ ग्रुप होते हैं सम्मानित
जिला में सक्रिय सभी रेडक्रॉस ग्रुपों के बीच भी गतिविधियों से जुड़ी प्रतियोगिता रहती है। सर्वश्रेष्ठ ग्रुप चुने जाने वालों को नकद और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया जाता है। इसमें प्रथम स्थान पर रहने वाले ग्रुप को 20,000 रुपये, दूसरे को 10,000 और तीसरे स्थान पर रहने वाले ग्रुप को 5,000 रुपये नकद ईनाम दिया जाता है। वहीं 10 अन्य को 1,000 रुपये प्रति ग्रुप के हिसाब से दिया जाता है।
जिला के सभी स्कूलों में रेडक्रॉस से जुड़ी गतिविधियां होती हैं। यह बच्चों के साथ आसपास के समाज को जागरूक करने के लिए बेहद लाभकारी हैं। हालांकि स्कूलों को इससे जुड़ी रिपोर्ट समय-समय पर जमा करवानी होगी। जिन स्कूलों ने अभी तक जमा नहीं करवाई हैं, उन्हें पांच दिन में रिपोर्ट जमा करवाने को कहा गया है।
– गुरजीवन कुमार, उपनिदेशक, उच्च शिक्षा।