सीमा पर डैम बनने से बाढ़ का खतरा होगा कम : राज्यपाल

सीमा पर डैम बनने से बाढ़ का खतरा होगा कम : राज्यपाल

हिमाचल प्रदेश व हरियाणा की सीमा पर प्रस्तावित डैम के निर्माण जल्द शुरू करवाने के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि डैम बनने से पहाड़ों पर होने वाली बारिश का पानी नियंत्रित किया जा सकेगा। इससे हरियाणा ही नहीं बल्कि हिमाचल प्रदेश, उत्तरप्रदेश, दिल्ली, राजस्थान को भी लाभ होगा। वहीं इन राज्यों में बाढ़ का खतरा भी कम हो जाएगा। राज्यपाल शुक्रवार को हथिनी कुंड बैराज का निरीक्षण करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने डीसी राहुल हुड्डा से यहां की भौगोलिक स्थिति व पानी को लेकर किए जाने वाले प्रबंधों के बारे में जानकारी ली।

डीसी राहुल हुड्डा ने बताया कि पहाड़ी क्षेत्र से आकर कुछ बरसाती पानी हथिनी कुंड बैराज पर रुक जाता है। जब यहां पर एक लाख क्यूसिक से ज्यादा पानी हो जाता है। तब पानी की सप्लाई एजेंसी व डब्ल्यूजेसी से बंद कर दी जाती है। सारा पानी यमुना नदी में छोड़कर आगे निकाल दिया जाता है। जिस कारण दिल्ली में पानी का भराव अधिक हो जाता है। उन्होंने कहा कि बैराज से करीब चार किलोमीटर पहले एक डैम बनाया जाएगा। जिसकी प्राथमिक रिपोर्ट सीडब्ल्यूसी को भेज दी गई है। डैम को सीएम मनोहर लाल ने सहमति दे दी है। डैम पर करीब सात हजार करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। डैम बनाने के लिए सहयोगी राज्य को सहमति के लिए भी पत्र लिखा है। जल्द ही डैम बनाने का काम शुरू हो जाएगा। इस दौरान सिंचाई विभाग के अधीक्षक अभियंता रवि मित्तल ने बताया कि यह डैम हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, यूपी, दिल्ली व राजस्थान राज्यों के संयुक्त सहयोग से बनाया जाएगा।

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