सीबीआई टीम के पहुंचते ही मचा हड़कंप, अधिकारियों से पूछताछ जारी

सीबीआई टीम के पहुंचते ही मचा हड़कंप, अधिकारियों से पूछताछ जारी

एम्स में 4.41 करोड़ रुपये के स्वीपिंग मशीन और मेडिकल स्टोर घोटाले के मामले में सीबीआई की टीम ने शुक्रवार को तीसरी बार छापा मारा। इस दौरान टीम ने एम्स अधिकारियों से पूछताछ की और घोटाले से जुड़े दस्तावेज खंगाले। करीब 10 घंटे तक चली जांच के बाद सीबीआई की टीम ने कई फाइलें भी कब्जे में लीं। सीबीआई जल्द ही इस मामले में न्यायालय में चार्जशीट दाखिल करने जा रही है। घोटाले के आरोप में अभी तक आठ नामजद समेत एक अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा चुका है।

शुक्रवार को सुबह 10 बजे डीएसपी राजीव चंदोला के नेतृत्व में दिल्ली से सीबीआई की सात सदस्यीय टीम एम्स पहुंची। टीम ने प्रशासनिक भवन के एक कमरे में घोटाले के मामले से जुड़े अधिकारियों से पूछताछ शुरू की। इसके बाद टीम ने स्टोर विभाग में फाइलों और कंप्यूटर डाटा की जांच की। टीम की कार्रवाई रात करीब आठ बजे तक चली।

बता दें कि सीबीआई की टीम ने घोटाले की शिकायत पर तीन फरवरी 2022 को एम्स ऋषिकेश में छापा मारा था। यह कार्रवाई सात फरवरी 2022 तक चली। इसके बाद टीम 22 अप्रैल 2022 को फिर से एम्स पहुंची और कई दस्तावेज खंगालने के बाद स्वीपिंग मशीन खरीद और मेडिकल स्टोर आवंटन में 4.41 करोड़ रुपये के घोटाले का खुलासा किया। तब सीबीआई ने एम्स के पांच अधिकारियों समेत नौ लोगों पर मुकदमे दर्ज किए थे।

ये हैं आरोपी
– माइक्रोबायलॉजी विभाग के तत्कालीन प्रोफेसर बलराम जी ओमर, एनाटॉमी विभाग के तत्कालीन प्रोफेसर बृजेंद्र सिंह, तत्कालीन सहायक प्रोफेसर अनुभा अग्रवाल, प्रशासनिक अधिकारी शशिकांत, लेखाधिकारी दीपक जोशी, प्रो. मैडिक डिवाइसेस के स्वामी पुनीत शर्मा, त्रिवेणी सेवा फार्मेसी के मालिक पंकज शर्मा, शुभम शर्मा और एक अज्ञात।

सीबीआई की सात सदस्यीय टीम जांच के लिए एम्स पहुंची। यह जांच पुराने खरीद मामलों को लेकर है। टीम ने अधिकारियों से पूछताछ की और कुछ दस्तावेज भी लिए हैं।
– प्रदीप चंद्र पांडेय, विधि अधिकारी एम्स, ऋषिकेश

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