हिमाचल प्रदेश में मौसम के बदले मिजाज से व्यापार पर बुरा असर पड़ा है। लू के साथ गर्मी बरसाने वाले जून में नवंबर की ठंड का एहसास लोगों को जरूर राहत दे रहा है, लेकिन व्यापारी वर्ग में मंदी के पारे को बढ़ा दिया है। गर्मी के लिहाज से बाजार में बिक्री के लिए आया माल बड़े स्तर पर गोदाम डंप हो गया है।
गर्मी के परिधानों से लेकर इलेक्ट्रॉनिक दुकानों पर लोगों की आमद बेहद कम रह गई है। सबसे बड़ी मार एसी, कूलर, पंखे, फ्रिज आदि की बिक्री पर पड़ी है। इलेक्ट्रानिक के दुकानदारों से लेकर होल सेल करने वाले डीलर भी स्टॉक को लेकर मंदी के आंसू रो रहे हैं। मंदी का यह हाल जिला ऊना नहीं बल्कि, प्रदेश भर में है। प्रदेश में करीब पांच लाख व्यापारियों का कारोबार 80 प्रतिशत तक लुढ़ककर 20 प्रतिशत तक आ पहुंचा है।
सीजनल व्यापारियों को बड़ी मार
गर्मियों के दिनों में परिधानों से लेकर, गन्ने का रस, जूस, आइसक्रीम, सीजनल फ्रूट बड़े स्तर पर बिकता है। इससे छोटे से बड़े व्यापारी जुड़े हैं। लगातार बारिश और मौसम का बिगड़ा मिजाज बड़े घाटे की ओर धकेल रहा है।
स्टॉक बेचने के लाले
इलेक्ट्रानिक सामान के विक्रेता एवं डीलर मुकेश साहनी ने बताया कि मई में अकसर एसी, कूलर, पंखे, फ्रिज आदि की बिक्री अच्छी रहती थी। इस बार मौसम ने ऐसा खेल बिगाड़ा कि गोदाम में पड़े सामान और दुकान पर रखे सामान को बेचने के लाले पड़ गए हैं।
20 कूलर रखे बिके चार
बदले मौसम को लेकर ऊना के एक इलेक्ट्रानिक सामान विक्रेता ने व्यथा सुनाई। कहा दुकान पर बिक्री के लिए इस माह करीब 20 कूलर रखे, जो आसानी से बिक भी जाते, लेकिन बीते कई दिन से बारिश तो कभी छाए बादल के चलते मात्र चार कूलर ही बिके।
20 प्रतिशत रहा कारोबार
बेमौसमी बरसात के चलते प्रदेश के व्यापारी वर्ग को बड़ा घाटा उठाना पड़ा है। कारोबार 20-30 प्रतिशत रह गया है। छोटे से लेकर बड़े व्यापारियों को बड़ा घाटा मौसम दिया है। व्यापारी वर्ग के लिए सरकार राहत के लिए कुछ प्रयास करे। -सोमेश शर्मा, अध्यक्ष, प्रदेश व्यापार मंडल