हिमाचल प्रदेश में अब स्वास्थ्य सेवाएं निगम (न्यू हेल्थ सर्विस कॉरपोरेशन) बन गया है। इस निगम के माध्यम से ही अस्पतालों के लिए दवाओं, उपकरण, मशीनरियों की खरीद-फरोख्त होगी। इससे सरकारी दुकानों में मरीजों को दवाइयां और उपकरण और भी सस्ते मिल सकेंगे। प्रदेश सरकार की ओर से विशेष स्वास्थ्य सचिव ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है। आईएएस अधिकारी इस कॉरपोरेशन का प्रबंध निदेशक (एमडी) और एचएएस अधिकारी महाप्रबंधक (जीएम) होगा। इनके अलावा दो मैनेजर (वित्त और तकनीक) विधि अधिकारी, मिनिस्ट्रीयल स्टाफ, अकाउंटेंट और जूनियर अकाउंटेंट शामिल हैं। निगम में कुल आठ अधिकारी होंगे।
इसके अलावा निगम में आउटसोर्स के माध्यम से भी कर्मचारियों की भर्ती होगी। हिमाचल प्रदेश में छह मेडिकल काॅलेज हैं। इनके अलावा 100 से ज्यादा जोनल अस्पताल, सिविल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हैं। मेडिकल काॅलेज और अस्पताल प्रबंधन अपने स्तर पर दवाइयों की खरीद करते हैं। बाकायदा इसको लेकर टेंडर आमंत्रित किए जाते हैं। मशीनरी और बड़े उपकरण आदि की खरीदारी स्वास्थ्य विभाग करता है। टेंडर और अन्य औपचारिकताएं पूरी करने में समय लग रहा है। ऐसे में अस्पतालों में समय रहते मशीनरियों की खरीदारी नहीं होती है। सरकार से मंजूरी लेने में ही समय लग जाता है। ऐसे में प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य सेवाएं निगम बनाने का फैसला लिया है। स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि इस फैसले से मरीजों को राहत मिल सकेगी। जल्द ही निगम को पंजीकृत कराया जाएगा।