हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग के प्रश्नपत्र लीक से जुड़े पांच नए मामलों की जांच के लिए पुलिस महानिदेशालय से जांच अधिकारियों की नियुक्तियां कर दी गई हैं। अभी तक चार विभिन्न पोस्ट कोड के न्यायालय में चालान पेश हो चुके हैं। छह अन्य पोस्ट कोड के चालान न्यायालय में पेश होने हैं। पेपर लीक प्रकरण की जांच के लिए सरकार की ओर से विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित की गई है।
कार्यकारी डीजीपी सतवंत अटवाल, आईजी जी.शिवा कुमार, एसपी विजिलेंस मंडी राहुल नाथ, एसपी कांगड़ा विजिलेंस बलवीर सिंह, एएसपी विजिलेंस हमीरपुर रेणू शर्मा, एएसपी विजिलेंस चंबा अभिमन्यु वर्मा और एएसपी अजय राणा इसमें शामिल हैं। हाल ही में जिन पोस्ट कोड की भर्तियों के प्रश्नपत्र लीक हुए हैं, उनकी जांच के लिए जांच अधिकारियों की नियुक्ति की गई है। पोस्ट कोड-971 लाइनमैन भर्ती परीक्षा पेपर लीक की जांच निरीक्षक जितेंद्र सिंह करेंगे।
पोस्ट कोड-970 जेई सिविल भर्ती परीक्षा की जांच निरीक्षक रोहित करेंगे। पोस्ट कोड-899 नीलामीकर्ता भर्ती परीक्षा की जांच निरीक्षक मोहिंद्र सिंह, पोस्ट कोड-962 सचिवालय क्लर्क भर्ती परीक्षा की जांच निरीक्षक अंकुर शर्मा, जबकि पोस्ट कोड 817 जूनियर ऑफिस असिस्टेंट भर्ती परीक्षा लीक मामले की जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अजय राणा करेंगे।
तीन आरोपियों की अग्रिम जमानत पर सुनवाई 20 को
पोस्ट कोड-970 सिविल इंजीनियरिंग भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में एसआईटी ने आयोग के पूर्व सचिव डॉ. जितेंद्र कंवर, बर्खास्त ट्रैफिक इंस्पेक्टर रवि कुमार, अभ्यर्थी मुकेश कुमार, रणजीत सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया है। रवि, मुकेश और रणजीत सिंह ने गिरफ्तारी से बचने के लिए प्रदेश उच्च न्यायालय में अग्रिम जमानत अर्जी लगाई है, जिस पर 20 जुलाई को सुनवाई होनी है।
आयोग के चपरासी मदन लाल को मिली जमानत
पोस्ट कोड-939 जेओए आईटी भर्ती परीक्षा गड़बड़ी मामले में नामजद आयोग के चपरासी मदन लाल को न्यायालय से जमानत मिल गई है। एक अन्य चपरासी किशोरी लाल, निलंबित वरिष्ठ सहायक उमा आजाद, नितिन आजाद, निखिल आजाद, संजीव कुमार और सोहन सिंह न्यायिक हिरासत में चल रहे हैं।
विभिन्न पोस्ट कोड की भर्ती परीक्षाओं की जांच के लिए जांच अधिकारियों की नियुक्तियां कर दी गई हैं। कुछेक भर्ती परीक्षाओं के चालान न्यायालय में पेश किए जा चुके हैं। अभी हाल ही में दर्ज नए मामलों के चालान भी जल्द जांच पूरी कर न्यायालय में पेश किए जाएंगे। – राहुल नाथ, पुलिस अधीक्षक विजिलेंस, मंडी।
एसआईटी ने जिन-जिन भर्तियों के संदर्भ में भर्ती से संबंधित रिकॉर्ड मांगा है, वह उपलब्ध करवाया जा रहा है। भंग आयोग के कुछ कर्मचारियों की सेवाएं ली जा रही हैं। – अनुपम ठाकुर, ओएसडी, भंग प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर।