
गैर कानूनी शराब कारोबार पर अंकुश लगाने में सरकार और प्रशासन नाकामयाब साबित हो रहे है । आये दिनों ऐसे मामले प्रकाश में आ रहे है पंजाब के संगरूर में तीन दिन से जहरीली शराब ने मौत का तांडव मचा रखा है। दिड़बा के गांव गुज्जरां में नौ लोगों की मौत का दर्द कम भी नहीं हुआ था कि गुरुवार से सुनाम की टिब्बी रविदासपुरा बस्ती में लोग दम तोड़ने लगे। यहां भी कारण जहरीली शराब ही बना।
संगरूर सीएम भगवंत मान का गृह जिला है। इसके अलावा दो मंत्री हरपाल चीमा और अमन अरोड़ा भी यहीं से आते हैं। ऐसे में जैसे ही संगरूर का मामला सामने आया तो पुलिस-प्रशासन हरकत में आ गया। प्रशासन ने मामले की जांच के लिए हाई पावर कमेटी का गठन कर रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिए लेकिन दर्द पर मरहम लगाने में ये नाकाफी है।
पुलिस ने मामले की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन कर दिया है। एडीजीपी कानून एवं व्यवस्था गुरिंदर ढिल्लों आईपीएस की अध्यक्षता में चार सदस्यीय एसआईटी, जिसमें डीआईजी पटियाला रेंज हरचरण भुल्लर आईपीएस, एसएसपी संगरूर सरताज चहल आईपीएस और अतिरिक्त आयुक्त (आबकारी) नरेश दुबे शामिल हैं, जांच की निगरानी करेंगे।
बुधवार से शुरू हुआ था सिलसिला