कांग्रेस ने चुनाव आयोग के सामने मध्य प्रदेश की मतदाता सूची में दोहराव का मुद्दा उठाया। कांग्रेस ने पोल पैनल को मध्य प्रदेश के 43 जिलों से संबंधित आंकड़े पेश किए कि कैसे, एक ही निर्वाचन क्षेत्र के भीतर मतदाताओं का दोहराव हो रहा है। कांग्रेस ने साफ-सुथरी मतदाता सूची की मांग की है।
आयोग ने बताया- 11 लाख डुप्लिकेट नाम हटाए
कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को चुनाव आयोग से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों में मतदाता सूची में दोहराव की प्रतियां पेश कीं। मुलाकात के बाद कांग्रेस के राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। कॉन्फ्रेंस में तन्खा ने कहा कि आयोग ने उन्हें बताया है कि सूची में से लगभग 11 लाख डुप्लिकेट नामों को हटा दिया है। चुनाव आयोग ने हमें राज्य मुख्य निर्वाचन अधिकारी और जिला निर्वाचन अधिकारी के समक्ष अपने-अपने स्तर पर विसंगतियों की शिकायत करने का अधिकार दिया है। उन्हें सही करने के लिए अधिकृत किया है।
हम आज की बैठक से खुश
तन्खा ने कहा कि हमने चुनाव आयोग से कहा है कि हम साफ-सुथरी मतदाता सूची चाहते हैं। हालांकि, आज की बैठक से हम संतुष्ट हैं। इस मुद्दे पर राजनीतिक दलों और चुनाव आयोग के बीच कोई मतभेद नहीं है। हमारी मांग थी कि एक साफ मतदाता सूची हो, जिस पर चुनाव आयोग ने आश्वासन दिया है। हमने सितंबर में भी चुनाव आयोग से संपर्क किया था तो उस वक्त उन्होंने हमें मतदाता सूचियों में सुधार के आंकड़े उपलब्ध कराये थे। उन्होंने हमें स्वतंत्रता भी दी कि हम अपने मुद्दे को राज्य और जिला स्तरीय अधिकारियों के समक्ष भी पेश कर सकते हैं। उन्होंने राज्य और जिला अधिकारियों को कार्रवाई के लिए अधिकृत किया है। हालांकि, तन्खा ने महिला आरक्षण को जुमला बताया है और कहा कि हम ऐसी घोषणाओं पर प्रतिक्रिया नहीं देते।