क्रिप्टोकरेंसी में 11 महीने में पैसा डबल होने के झांसे में आकर लोगों ने पैसे का निवेश किया।फोरलेन निर्माण के दौरान लोगों ने जमीन के मुआवजे की राशि भी क्रिप्टोकरेंसी में लगा दी।
एसआईटी के मुताबिक यह राशि 10 करोड़ के आसपास बन रही है। पुलिस एसआईटी की ओर से गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में यह खुलासा हुआ है। वहीं, कई लोगों ने एसआईटी को इसकी शिकायत भी की है। किरतपुर-मनाली, पठानकोट-मंडी, शिमला-मटौर और कालका-शिमला फोरलेन के निर्माण की जद में कई लोगों की जमीन आई है। इसके एवज में लोगों को एनएचएआई ने लाखों से लेकर करोड़ों से मुआवजा दिया है। ऐसे में शातिरों से क्रिप्टोकरेंसी के नाम पर मुआवजा मिलने वाले इन लोगों को भी अपना निशाना बनाया है।
इन लोगों को पैसा डबल होने का झांसा दिया गया। शुरुआत में चार से पांच लोगों को पैसा डबल करके दिया गया। लोगों को विश्वास में लेने के बाद इन आरोपियों ने क्षेत्र में अपने एजेंट बैठा दिए। ये एजेंट लोगों को पैसा निवेश करने के लिए प्रेरित करते रहे। पुलिस एसआईटी का मानना है कि फोरलेन में कई लोग इन ठगों के झांसे में लाए हैं। पुलिस एसआईटी की ओर से गिरफ्तारियों के बाद इन लोगों की पांव तने जमीन खिसक गई है। ये लोग एजेेंटों के पास जाकर ब्याज तो दूर मूलधन की मांग कर रहे हैं। पुलिस एसआईटी से भी लोग पैसे दिलाने की गुहार लगा रहे हैं।
आरोपियों से पूछताछ जारी- पुलिस एसआईटी ने इस मामले में अब तक 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें से दो लोग एक नवंबर तक न्यायिक हिरासत में हैं, जबकि अन्य सात आरोपी पुलिस रिमांड में चल रहे हैं। इन आरोपियों से पूछताछ जारी है।