अविश्वास प्रस्ताव देने वाले पार्षद बैठक से नदारद

अविश्वास प्रस्ताव देने वाले पार्षद बैठक से नदारद

परवाणू (सोलन)। नगर परिषद परवाणू में पार्षदों के बीच खींचतान बढ़ गई है। इसके चलते अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव देने चार पार्षद लगातार दूसरी बैठक में भी उपस्थित नहीं हुए हैं। इसके चलते विकास कार्यों को लेकर किसी भी प्रकार का कोई निर्णय नहीं लिया गया है। जिसका खामियाजा अब लोगों को भुगतना पड़ सकता है। हालांकि मामले को सुलझाने के लिए मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने टीम बनाई है। लेकिन लगातार दूसरी बार आमसभा से तीन कांग्रेसी और एक भाजपा पार्षद बैठक से नदारद रहे। परवाणू के नगर परिषद हाल में आम सभा का आयोजन किया गया था। बैठक नगर परिषद की अध्यक्ष निशा शर्मा और उपाध्यक्ष सोनिया शर्मा की अध्यक्षता में हुई। बैठक में मनोनीत पार्षद संजय यादव, सुखविंदर सिंह मंगा, कांता कपूर और नप कर्मचारी मौजूद रहे। इसके अलावा चार पार्षदों को छोड़कर अन्य पार्षद उपस्थित नहीं हुए। चार पार्षदों ने उपायुक्त सोलन को ज्ञापन सौंपा था। जिनकी नाराजगी अभी तक बरकरार है और कोई हल नहीं निकल पाया है। जिसका असर नगर परिषद की आम बैठक में भी देखने को मिल रहा है।

पूर्व नप अध्यक्ष ठाकुरदास शर्मा ने कहा कि उस बैठक का क्या अर्थ होता है। जिस बैठक में छह पार्षद उपस्थित न हों। उन्होंने आग्रह किया कि सरकार को इसके बारे में उचित कदम उठाने चाहिए ताकि शहर में जंग लगे विकास कार्यों को फिर से हवा मिल सके। शहर में विकास कार्य उन्नति पर हैं। वहीं अध्यक्ष निशा शर्मा ने कहा कि वार्ड में जो भी कार्य हाउस के अलावा होंगे। उनको रुकने नहीं देंगे। मनोनीत पार्षदों ने भी विकास कार्यों को सुचारु रूप से चलाने में अपनी सहमति जताई। उन्होंने कहा कि नाराज पार्षदों को विकास कार्यों में बाधा नहीं डालनी चाहिए। शहर के विकास के लिए नाराजगी को एक तरफ करके विकास कार्यों में सहयोग करना चाहिए।

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