पथ परिवहन निगम के अधिकारियों ने अपना फोन बंद रखा तो सख्त कार्रवाई होगी। एचआरटीसी के प्रबंध निदेशक (एमडी) ने निगम के सभी क्षेत्रीय प्रबंधकों को फरमान भी जारी कर दिए हैं।

हिमाचल पथ परिवहन निगम के अधिकारियों ने अपना फोन बंद रखा तो सख्त कार्रवाई होगी। एचआरटीसी के प्रबंध निदेशक (एमडी) ने निगम के सभी क्षेत्रीय प्रबंधकों को फरमान भी जारी कर दिए हैं। राज्य से बाहर जाने वाली बसों को सही हालत में भेजने के निर्देश दिए हैं, ताकि निगम की छवि धूमिल न हो। एचआरटीसी के सभी क्षेत्रीय प्रबंधकों से साफ शब्दों में कह दिया है कि वह अपने अधीन खस्ताहाल बसों की स्थिति तुरंत सुधारें। इन बसों की समय पर मरम्मत करने के बाद ही वर्कशॉप से बाहर निकला जाए। बसों में यात्रा करने वाली सवारियों को रास्ते में परेशानी न हो। इसके अलावा सभी आरएम को निर्देश दिए हैं कि हर रोज कम से कम चार बसों का औचक निरीक्षण करना होगा। इस दौरान बसों में कोई खामी हो या स्टाफ यात्रियों के साथ सही व्यवहार नही करता है तो तुरंत कार्रवाई कर मुख्यालय को रिपोर्ट करें। निगम की बसों में साफ सफाई रखने को भी कहा है। अगर किस स्थान में बसों की धुलाई के लिए स्टाफ नहीं है तो निजी क्षेत्र से भी सेवाएं ली जा सकती हैं।
एमडी ने खुद निगम बसों में यात्रा कर देखी व्यवस्था
एचआरटीसी के प्रबंध निदेशक संदीप कुमार ने निगम की बसों में खुद सफर कर कई तरह की अव्यवस्थाओं को देखा। राज्य से बाहर पंजाब गई निगम की बस की हालत खस्ता थी और पीछे का शीशा टूटा हुआ था और बस साफ भी नहीं की थी। इसके इसके अलावा वैट लीजिंग की वोल्वो बसों के बारे में यात्रियों ने शिकायत की थी कि मनाली-दिल्ली रूट के ड्राइवर नशे में हैं। इस संबंध में जब संबंधित क्षेत्रीय प्रबंधक को एमडी ने फोन किया तो अधिकारी का फोन बंद था। इन सब मामलों को देखते हुए प्रबंध निदेशक संदीप कुमार ने फरमान जारी किए हैं।