अल्मोड़ा। गौरा देवी कन्या धन योजना के अंतर्गत शासन से समाज कल्याण विभाग को पर्याप्त बजट आवंटित नहीं हुआ है। इससे जिले में गरीब परिवार की पिछले वर्ष इंटरमीडिएट उत्तीर्ण आवेदन कर चुकी 879 बालिकाएं गौरादेवी कन्या धन से वंचित चल रही हैं।
बीपीएल परिवार की इंटरमीडिएट उत्तीर्ण छात्राओं को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार गौरा देवी कन्या धन योजना के अंतर्गत 25-25 हजार रुपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराती है। प्रतिवर्ष ऐसी छात्राएं विकासखंड कार्यालय के माध्यम से समाज कल्याण विभाग में आवेदन करती हैं। वर्ष 2012-13 में जिले की इंटरमीडिएट उत्तीर्ण 2447 छात्राओं ने गौरादेवी कन्या धन योजना के तहत समाज कल्याण विभाग में आवेदन किया। इनमें छात्राएं 1923 सामान्य और 524 छात्राएं अनुसूचित जाति की शामिल हैं। इन छात्राओं को योजना का लाभ देने के लिए विभाग को 6.12 करोड़ बजट की आवश्यकता है, लेकिन इसके सापेक्ष विभाग को अब तक मात्र 3.92 करोड़ रुपये ही मिले हैं। इसमें सामान्य जाति के लिए 3.20 करोड़ और अनुसूचित जाति की छात्राओं के लिए 72 लाख रुपये शामिल हैं।
विभाग ने सामान्य जाति की 1280 और अनुसूचित जाति की 288 छात्राओं को गौरादेवी कन्या धन योजना का लाभ देने के लिए ब्लाकों को बजट अवमुक्त कर दिया है। शेष दो करोड़ 19 लाख 75 हजार रुपये का बजट अवमुक्त नहीं होने से सामान्य जाति की 643 और अनुसूचित जाति की 236 छात्राएं योजना के लाभ से वंचित चल रही हैं। इधर जिला समाज कल्याण अधिकारी चंद्रा चौहान ने बताया कि शेष बालिकाओं को योजना का लाभ देने के लिए शासन से बजट की मांग की गई है।