
भगेड़ (बिलासपुर)। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घुमारवीं में लाखों रुपये खर्च कर रखी अल्ट्रासाऊंड मशीन 13 सालों से इस्तेमाल नहीं हुई। हैरत की बात यह है कि अल्ट्रासाउंड वाले कमरे में ताला लटका है। यह कभी खुलता ही नहीं। कारण साफ है विभाग के पास रेडियोलॉजिस्ट के पद रिक्त चल रहे हैं। अल्ट्रासाउंड मशीन तो है लेकिन इस्तेमाल करने वाले विशेषज्ञ चिकित्सक नहीं। इससे लोगों में भारी मायूसी है।
मशीन होने के बावजूद भी घुमारवीं अस्पताल आने वाले मरीजों को टेस्ट करवाने के लिए निजी लैबों का रुख करना पड़ रहा है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घुमारवीं में करीब तीन सौ से अधिक मरीज उपचार के लिए आते हैं। इसमें कई लोगों को अल्ट्रासाउंड टेस्ट करवाने पड़ते हैं। लेकिन, अस्पताल में यह सुविधा न मिलने के बाद इन लोगों को शहर की निजी लैबों में टेस्ट करवाने पड़ रहे हैं। उधर, करतार सिंह, विमला देवी, रोशनी देवी, चंपा देवी, मीनाक्षी, ईश्वर देव सहित अन्य ने कहा कि रेडियोलॉजिस्ट का पद न होने से क्षेत्र के लोगों को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल आने वाले मरीजों को मंहगे दामों पर टेस्ट करवाने पड़ रहे हैं। लेकिन सरकार की ओर से इस ओर कोई भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
इस बारे में खंड चिकित्सा अधिकरी टीएस चंदेल ने कहा कि समस्या उनके ध्यान में है। इस बारे में विभाग के उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया जाएगा।