रुद्रप्रयाग। कारगिल शहीद सुनील दत्त कांडपाल रुद्रप्रयाग-चोपड़ा-गढ़ीधार मोटर मार्ग बाधित होने से करीब 12 गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया है। लोगों का कहना है कि समस्या के निराकरण को विभागीय अधिकारियों को कई बार कहा गया है, लेकिन स्थिति जस की तस बनी है।
बेंजी कांडई, महड, थपलगांव, जग्गी कांडई, इशाला, वन थापला, जरम्वाड़, कमेड़ा, चोपड़ा आदि गांवाें के लोग रुद्रप्रयाग-चोपड़ा-गढ़ीधार मोटर मार्ग से आवागमन करते हैं, लेकिन बुधवार रात्रि को अतिवृष्टि के कारण सड़क उमरानारायण मंदिर के समीप पुश्ता ढहने से बाधित हो गई है। जिससे वाहनाें की आवाजाही ठप हो गई है।
निधेकिशोर कांडपाल, शिशुपाल सिंह राणा आदि का कहना है कि हर बरसात में इसी स्थान पर पुश्ता ढहने से सड़क बाधित होती है, लेकिन विभाग द्वारा इसका सही ट्रीटमेंट नहीं किया जा रहा है। जिसका खामियाजा जनता को उठाना पड़ रहा है। सड़क बाधित होने के कारण ग्रामीणाें को हर दिन लगभग छह किमी पैदल दूरी तय कर जिला मुख्यालय पहुंचना पड़ रहा है। उन्हाेंने शीघ्र पुश्ता लगाकर वाहनों की आवाजाही सुचारु करने की मांग की है। इधर, पीएमजीएसवाई के ईई विनोद कुमार ने बताया कि सड़क मरम्मत कार्य शीघ्र शुरू किया जाएगा। वहीं मार्ग खोलने की मांग को लेकर क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने उप जिलाधिकारी से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल में देवेंद्र चमोली, प्रधान जरम्वाड़ विजयपाल कठैत, धनश्याम पुरोहित, रमेश चंद्र, धन सिंह राणा आदि शामिल थे।